उगता भारत ब्यूरो प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) केंद्र सरकार की वह स्कीम है जिसका लक्ष्य सभी को घर उपलब्ध कराना है। यह स्कीम क्रेडिट-लिंक्ड सब्सिडी ऑफर करती है जो आवेदकों को चार ग्रुप में विभाजित करती है- आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS), औसत से कम आय वर्ग (LIG), मध्य आय वर्ग (MIG I) और […]
Author: अजय आर्य
उगता भारत ब्यूरो पैगंबर मोहम्मद का जब जन्म भी नहीं हुआ था, तब से अमरनाथ गुफा में हो रही है पूजा-अर्चना! इसलिए इस झूठ को नकारिए कि अमरनाथ गुफा की खोज एक मुसलिम ने की थी! जानिए अमरनाथ का पूरा इतिहास ताकि अपने बच्चों को बता सकें.. . कल बाबा बर्फानी के दर्शन के अमरनाथ […]
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सी.डी.एस.) जनरल बिपिन रावत ने तीनों सेनाओं का एकत्रीकरण कर देश के अंतर-बाह्य शत्रुओं के विरुद्ध एक प्रभावी तंत्र बनाया था । उरी, म्यांमार और डोकलाम में सफल सैन्य कार्यवाही की थी । उनके किए जा रहे प्रयत्नों के कारण आनेवाले दो-ढाई वर्षों में देश की सर्व बाधाएं दूर […]
महर्षि दयानंद का स्पष्ट चिंतन ही भारतवर्ष को विश्व गुरु बना सकता है। यह कहना है शिव गोरक्ष धाम गोरखपुर के संस्थापक अध्यक्ष योगी सत्य नाथ जी महाराज का। योगी जी यहाँ उगता भारत के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद के सत्यार्थ प्रकाश का उन्होंने कई बार अध्ययन किया है। […]
उगता भारत ब्यूरो आप सोचते थे कि अयोध्या पर फैसला आने के बाद ‘वो’ खामोश रहेंगे? आप गलतफहमी में थे..तो फिर गिनिए… १) कांग्रेस का मुख पत्र नेशनल हेराल्ड भारत के सर्वोच्च अदालत की तुलना पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट से कर रहा है। २) डीयू की माओवादी प्रोफेसर नंदिनी सुंदर SC को सरकार का गुलाम […]
दादरी। (अजय आर्य / संजय कुमार ) कहने के लिए तो योगी सरकार इस समय भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करती हुई दिखाई दे रही है , परंतु बहुत ही आश्चर्य का विषय है कि एसडीएम दादरी श्री आलोक कुमार गुप्ता योगी सरकार की नजरों में धूल झोंक कर इस समय भी अपने आप को […]
उगता भारत ब्यूरो भारत में चावल का प्रयोग प्राचीन काल से भोजन के रूप में किया जाता रहा है। चावल को पका कर तो खाया ही जाता है, इसके अलावा इसकी अनेक प्रकार की अनारसा आदि मिठाइयाँ और दोसा, इडली, पीठा, चीले आदि अन्यान्य व्यंजन भी बनते हैं। पूरे देश में यदि चावल इतना लोकप्रिय […]
कटक । ( विशेष संवाददाता) कोठारी बंधुओं के बलिदान पर प्रकाश डालते हुए अपने विशेष वक्तव्य में श्री राजेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने बलिदान से पहले ही सर पर कफन बांध लिया था। उन्होंने कहा कि बलिदान के दिन वह स्वयं भी कोठारी बंधुओं के साथ थे। देश पर बलिदान पुणे का उनका […]
जंगल में आदिवासियों के मंगल की मुहिम
मधुरेन्द्र सिन्हा कोरोना महामारी का जब प्रकोप हुआ तो देश में न तो अस्पताल खाली थे और जहां अस्पताल थे वहां डॉक्टर नहीं थे। जहां डॉक्टर थे वहां बिस्तर या ऑक्सीजन नहीं था। हालात बदतर थे। लेकिन देश के एक हिस्से में लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि वहां न तो अस्पताल थे और […]
नई दिल्ली 30 नवंबर । एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए नृवैज्ञानिक – लेखक पद्मश्री डॉ श्याम सिंह शशि ने कहा कि रामराज्य में शेर और बकरी एक घाट पर पानी पीते थे । इस कथन का उन्होंने अपनी नई पुस्तक ‘भारतीय संविधान, संस्कृति एवं रामराज्य’ […]