बागपत में आर्य मित्र मंडल की बैठक हुई संपन्न : बांग्लादेशी हिंदुओं के प्रति प्रकट की गहन संवेदना

बागपत। यहां सम्राट पृथ्वीराज चौहान डिग्री कॉलेज बागपत में आर्य समाज के विद्वानों की एक विचार गोष्ठी हुई। जिसमें आर्य मित्र मंडल के अनेक सदस्यों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को तुरंत रुकवाने की मांग केंद्र सरकार से की। साथ ही सभी आर्यजनों ने यह संकल्प लिया कि वह ऋषि दयानंद के सपनों का भारत बनाने के लिए सभी ऊर्जावान और सकारात्मक सोच के लोगों को साथ लेकर एक विशेष अभियान चलाएंगे। इस अवसर पर आर्य प्रतिनिधि सभा जनपद गौतम बुध नगर के प्रधान डॉ राकेश कुमार आर्य ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस समय देश अनेक प्रकार की चुनौतियों से गुजर रहा है । उन्होंने कहा कि आतंकवाद, संप्रदायवाद, भाषावाद, प्रांतवाद, क्षेत्रवाद आदि सभी समस्याएं राष्ट्र को डस रही हैं। इनका निराकरण करने के लिए नागरिकों को भी अपने स्तर पर काम करना चाहिए। जिसमें आर्य समाज की विशेष भूमिका हो सकती है। सारी समस्याओं के समाधान के लिए सरकार को अकेला नहीं छोड़ा जा सकता। सभी देशभक्तों को सही दिशा में बल लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आर्य समाज को अपने प्राचीन गौरव को स्थापित करने के लिए विशेष संघर्ष करने की आवश्यकता है। आज के संदर्भ में हमें आर्य समाज के लिए नए उपदेशक तैयार करने हैं जो विधर्मियों द्वारा धर्म की की जा रही हानि को रोकने में सक्षम हों। जिसके लिए हम सभी अपने क्रांतिकारियों के जीवन से प्रेरणा लेकर संस्कृति, धर्म और वैदिक परंपराओं की रक्षा के लिए काम करने के लिए अपने आप को समर्पित करते हैं।


आर्य समाज के सुप्रसिद्ध विद्वान संन्यासी स्वामी ओमानंद जी महाराज ने इस अवसर पर अपने ओजस्वी संबोधन में कहा कि आर्य समाज को नई ऊर्जा के साथ राष्ट्र की चुनौतियों के समाधान के लिए अपने आप को प्रस्तुत करने की आवश्यकता है। इसी प्रकार देव मुनि जी महाराज ने कहा कि आर्यों को अपनी एकता का परिचय देना होगा। इस समय हमारी बिखरी हुई ऊर्जा को एक मंच पर लाना समय की आवश्यकता है। जिसके लिए हमें फिर से संन्यासियों ,उपदेशकों और समाज सुधारकों की फौज तैयार करनी है। आर्य प्रतिनिधि सभा जनपद गौतम बुद्ध नगर के उप प्रधान मुकेश नगर एडवोकेट ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भ्रम की स्थिति पैदा करना समाज की शक्ति को कमजोर करना होता है। संगठनों के बारे में भी कई लोग विभिन्न प्रकार की भ्रांतियों को उत्पन्न कर देते हैं। जिससे संगठन दम तोड़ने लगते हैं।

इस समय आर्य समाज को मिल बैठकर अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देनी चाहिए और युवाओं को काम करने का अवसर मिलना चाहिए। इससे पहले आर्य सागर ने बैठक की रूपरेखा प्रस्तुत की और कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार सामाजिक स्तर पर हिंदू समाज को विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, वह चिंता का विषय है। जिसके लिए सभी सृजनशील लोगों को आगे आना होगा। इसी प्रकार सरपंच रामेश्वर सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस्लामिक आतंकवाद जिस प्रकार देश में हिंदू समाज को अपना निशाना बना रहा है, उसके लिए सरकार के साथ-साथ जागरूक लोगों को भी काम करना होगा।
आर्य समाज के विद्वान राजकुमार शास्त्री ने अपने ओजस्वी वक्तव्य में कहा कि आर्य समाज को अपने क्रांतिकारी इतिहास को दोहराना होगा। इसके लिए हमें फिर से नई तैयारी करनी होगी। जिसके लिए समीक्षा आवश्यक है। बैठक की अध्यक्षता जिला आर्य प्रतिनिधि सभा बागपत के प्रधान श्री ब्रह्मपाल आर्य ने की। उन्होंने अपने संबोधन में सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और साथ ही आर्य प्रतिनिधि सभा बागपत की ओर से सबको आश्वस्त किया कि हम सब मिलकर संगठन को नई गति प्रदान करने में अपनी सहायता देंगे।
गंगा प्रसाद निराला आर्य समाज बुलंदशहर , रिपु दमन आर्य किशनपुर बराल, आर्य भूषण अग्रवाल मंडी टटीरी आदि विद्वानों ने भी अपने विचार रखे। विचार गोष्ठी में सभी विद्वानों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि हम सभी देश ,धर्म, संस्कृति की रक्षा के लिए बिना किसी स्वार्थ भाव के मिलकर काम करेंगे और देश के ऊर्जावान लोगों को काम करने के लिए उचित परिवेश बना कर देंगे। जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार पर दबाव बनाएंगे। समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए भी संघर्ष करेंगे । इसके अतिरिक्त हिंदी को उसका गौरवपूर्ण स्थान दिलाने को भी अपने एजेंडा में सम्मिलित किया जाएगा। ऐसे कार्यक्रम तैयार किए जाएंगे जिससे पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आर्य समाज को नई दिशा मिल सके। कार्यक्रमों के लिए एक कैलेंडर तैयार किया जाएगा, जिसमें पूरे वर्ष भर के खास दिनों को विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।


कार्यक्रम का सफल संचालन राकेश आर्य बागपत द्वारा किया गया। उन्होंने अपने वक्तव्य में इस बात पर बल दिया कि जनसंख्या नियंत्रण समय की आवश्यकता है। यदि इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो हिंदू का अस्तित्व अपनी ही मातृभूमि पर संकट में पड़ जाएगा। आज हम जिस संस्कृति की रक्षा की बात कर रहे हैं, वह एक वर्ग द्वारा बढ़ाई जा रही अपनी जनसंख्या के आधार पर ही समाप्त कर दी जाएगी। इस अवसर पर आर्य प्रतिनिधि सभा गौतम बुद्ध नगर के उप प्रधान श्री महावीर सिंह आर्य, मंत्री श्री धर्मवीर सिंह आर्य, उप प्रधान श्री कमल सिंह आर्य आदि सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में आर्य प्रतिनिधि सभा गौतम बुद्ध नगर, आर्य समाज सूरजपुर गौतम बुध नगर, आर्य समाज टीला मोड़ गाजियाबाद, आर्य समाज जावली गाजियाबाद, आर्य समाज बुलंदशहर, आर्य समाज करावल नगर, आर्य समाज जुनपत ग्रेटर नोएडा, आर्य समाज हबीबपुर गौतम बुद्ध नगर, आर्य समाज तिलपता गौतम बुद्ध नगर, आर्य समाज दुजाना गौतम बुद्ध नगर आदि आर्य समाजों के साथ ही संन्यासी तथा वानप्रस्थी विद्वानों ने प्रतिभाग किया।

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