पाकिस्तानी राष्ट्रपति के परिवार को चिट्ठियां क्यों लिखते थे नेहरू ?
योगेश मिश्रा
पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख के नाम पर आखिरी मोहर देश के राष्ट्रपति की लगेगी। पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ आरिफ अल्वी इस पूरी प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पाकिस्तान के प्रथम नागरिक आरिफ अल्वी के ‘इंडिया कनेक्शन’ के बारे में बेहद कम लोगों को ही पता है। इमरान खान की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की वेबसाइट पर अल्वी की छोटी बायोग्राफी के अनुसार उनके पिता भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के डेंटिस्ट थे।
अल्वी पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी और पीटीआई के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 2018 में वह पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने थे। इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, उनके पिता पंडित नेहरू के डेंटिस्ट थे। विभाजन के बाद उनका परिवार भारत से पलायन कर पाकिस्तान चला गया था। अल्वी के पूर्वज ममनून हुसैन का परिवार आगरा से गया था। ठीक उसी तरह जैसे परवेज़ मुशर्रफ़ के माता-पिता नई दिल्ली से गए थे।
परिवार के पास मौजूद नेहरू के लिखे पत्र
पीटीआई के वेबसाइट पर मौजूद छोटी-सी बायोग्राफी के अनुसार, अल्वी के पिता डॉ हबीब उर रहमान इलाही अल्वी विभाजन से पहले नेहरू के डेंटिस्ट थे। वेबसाइट के अनुसार, ‘डॉ इलाही अल्वी नेहरू के डेंटिस्ट थे और परिवार के पास डॉ अल्वी को लिखे नेहरू के पत्र मौजूद हैं।’ आरिफ अल्वी का पूरा नाम डॉ आरिफ उर रहमान अल्वी है। उनका जन्म 1947 में कराची में हुआ था, जहां विभाजन के बाद उनके पिता बस गए थे।
पिता से विरासत में मिला डेंटिस्ट का प्रोफेशन
अल्वी के पिता विभाजन से पहले भारत और फिर कराची में बतौर डेंटिस्ट प्रैक्टिस करते थे। राजनीति के अलावा आरिफ अल्वी को डेंटिस्ट का प्रोफेशन अपने पिता से विरासत में मिला। उन्होंने लाहौर और अमेरिका से अपनी डिग्रियां हासिल की हैं। 2007 में उन्हें एफडीआई वर्ल्ड डेंटल फेडरेशन के काउंसलर के रूप में चुना गया। इस पद के लिए यह किसी पाकिस्तानी का पहला चयन था। उनकी शादी समीना अल्वी से हुई है और उनके चार बच्चे हैं।