अपनी ऊर्जा और तीर्थ स्थलों के लिए विशेष स्थान रखता है उत्तर प्रदेश : प्रधानमंत्री मोदी
प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य
वेदों और पुराणों को कलमबद्ध करने का काम यहां के नैमिषारण्य में हुआ था। अवध क्षेत्र में ही अयोध्या जैसा तीर्थ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सौगात दी। इस मौके पर उन्होंने एक बार फिर उत्तर प्रदेश के गौरव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पग-पग पर तीर्थ और कण-कण में ऊर्जा है। वेदों और पुराणों को कलमबद्ध करने का काम यहां के नैमिषारण्य में हुआ था। अवध क्षेत्र में ही अयोध्या जैसा तीर्थ है। हमारी गौरवशाली सिख गुरु परंपरा का भी उत्तर प्रदेश से गहरा जुड़ाव रहा है। आगरा में ‘गुरु का ताल’ गुरुद्वारा आज भी गुरु तेगबहादुर जी की महिमा का, उनके शौर्य का गवाह है, जहां पर उन्होंने औरंगजेब को चुनौती दी थी। उत्तर प्रदेश के बारे में एक बात हमेशा कही जाती है कि ये एक ऐसा प्रदेश है, जिसने देश को सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री दिए। ये यूपी की खूबी है, लेकिन यूपी की पहचान को केवल इस दायरे में ही नहीं देखा जा सकता। यूपी को 6-7 दशकों तक ही सीमित नहीं रखा जा सकता।
योगदान कालातीत है
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये ऐसी धरती है जिसका इतिहास कालातीत है, जिसका योगदान कालातीत है। इस भूमि पर मर्यादापुरुष भगवान राम ने अवतार लिया, भगवान श्रीकृष्ण ने अवतार लिया। जैन धर्म के 24 में 18 तीर्थंकर, उत्तर प्रदेश में ही अवतरित हुए थे। आप मध्यकाल को देखें तो तुलसीदास और कबीरदास जैसे युगनायकों ने भी इसी मिट्टी में जन्म लिया था। संत रविदास जैसे समाज-सुधारक को जन्म देने का सौभाग्य भी इसी प्रदेश को मिला है।
सबसे ज्यादा दर्द माफियावादियों को होता है
प्रधानमंत्री ने प्रदेश में माफिया पर की गई कार्रवाई पर योगी सरकार की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले जो सरकार यहां पर थी, उसकी नीति थी- माफिया को खुली छूट, खुली लूट। आज योगी जी के नेतृत्व में यहां माफिया माफी मांगता फिर रहा है और सबसे ज्यादा दर्द भी माफियावादियों को हो रहा है। केंद्र सरकार ने एक और योजना शुरू की है जो भविष्य में उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में समृद्धि का नया द्वार खोलने वाली है। इस योजना का नाम है- पीएम स्वामित्व योजना। इसके तहत गांव के घरों की घरौनी यानि घरों का मालिकाना दस्तावेज देने का काम शुरू किया है। लोहिया जी कहा करते थे कि कर्म को करुणा से जोड़ो, भरपूर करुणा से जोड़ो। लेकिन जो पहले सरकार चला रहे थे, उन्होंने गरीब के दर्द की परवाह नहीं की, पहले की सरकार ने अपने कर्म को, घोटालों से जोड़ा, अपराधों से जोड़ा। डबल इंजन की सरकार, डबल ताकत से स्थितियों को सुधार रही है। वर्ना 2017 से पहले जो सरकार यहां थी, उसे आपकी दिक्कतों से, गरीब की परेशानी से कोई सरोकार नहीं था। जब मूल सुविधाएं मिलती हैं, तो बड़े सपने देखने का हौसला और सपनों को पूरा करने का जज्बा पैदा होता है। जो बेघर है, झुग्गी में है, जब उसको पक्का घर मिले, जब घर में शौचालय हो, बिजली का कनेक्शन हो, गैस का कनेक्शन हो, नल से जल आए, तो गरीब का त्मविश्वास और बढ़ जाता है
अपने दीपक स्वयं बनो
भगवान बुद्ध ने कहा था- “अप्प दीपो भव”। यानी, अपने दीपक स्वयं बनो। जब व्यक्ति स्वयं प्रकाशित होता है तभी वह संसार को भी प्रकाश देता है। यही भारत के लिए आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा है। यही वह प्रेरणा है जो हमें दुनिया के हर देश की प्रगति में सहभागी बनने की ताकत देती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बुद्ध आज भी भारत के संविधान की प्रेरणा हैं, बुद्ध का धम्म-चक्र भारत के तिरंगे पर विराजमान होकर हमें गति दे रहा है। आज भी भारत की संसद में कोई जाता है तो इस मंत्र पर नजर जरूर पड़ती है- ‘धर्म चक्र प्रवर्तनाय। आज जब दुनिया पर्यावरण संरक्षण की बात करती है, क्लाइमेट चेंज की चिंता जाहिर करती है, तो उसके साथ अनेक सवाल उठ खड़े होते हैं। लेकिन, अगर हम बुद्ध के सन्देश को अपना लेते हैं तो ‘किसको करना है’, इसकी जगह ‘क्या करना है’, इसका मार्ग अपने आप दिखने लगता है। बुद्ध इसीलिए ही वैश्विक हैं क्योंकि बुद्ध अपने भीतर से शुरुआत करने के लिए कहते हैं। बुद्ध का संदेश पूरे विश्व के लिए है, बुद्ध का धम्म मानवता के लिए है।
खरीद के नए रिकॉर्ड बने
प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार यहां किसानों से खरीद के नए रिकॉर्ड स्थापित कर रही है। उत्तर प्रदेश के किसानों के ही बैंक अकाउंट में अभी तक लगभग 80,000 करोड़ रुपए उपज की खरीद के पहुंच चुके हैं। पीएम किसान सम्मान निधि से UP के किसानों के बैंक खाते में 37,000 करोड़ रुपए से अधिक राशि जमा की जा चुकी है। हाल ही में पीएम गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान भी लॉन्च किया गया है। इससे गवर्नेंस में तो सुधार आएगा ही ये भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सड़क हो, रेल हो, हवाई जहाज हो, ये एक दूसरे को सपोर्ट करें, एक दूसरे की क्षमता बढ़ाएं। देश का एविएशन सेक्टर प्रोफेशनली चले, सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता मिले, इसके लिए हाल में एयर इंडिया से जुड़ा बड़ा कदम देश ने उठाया है। ये कदम भारत के एविएशन सेक्टर को नई ऊर्जा देगा। ऐसा ही एक बड़ा रिफॉर्म डिफेंस एयरस्पेस को सिविल यूज के लिए खोलने से जुड़ा है। उड़ान योजना के तहत बीते कुछ सालों में 900 से अधिक नए रूट्स को स्वीकृति दी जा चुकी है, इनमें से 350 से अधिक पर हवाई सेवा शुरु भी हो चुकी है। 50 से अधिक नए एयरपोर्ट या जो पहले सेवा में नहीं थे, उनको चालू किया जा चुका है।