ऐसे याद रख सकते हैं अपने पुराने मित्रों और रिश्तों को
आधुनिक जीवन शैली में रिश्तों को पकडक़र जीने में अब किसी की रुचि नहीं है। बचपन में हमारे कई मित्र थे और बहुत से रिश्तेदारों से लगातार संपर्क बना रहता था।
लोग जैसे-जैसे आगे बढ़ते जाते हैं पुराने रिश्ते और मित्र पीछे छूट जाते हैं। जबकि, पुराने रिश्तों और मित्रों का भी हमारे जीवन में काफी अधिक महत्व रहता है। जब हम आंतरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं तो सभी रिश्तों के साथ न्याय नहीं कर पाते हैं। खुद को आंतरिक रूप से मजबूत बनाने के लिए हर रोज कुछ समय मेडिटेशन करना चाहिए।
जब हम मेडिटेशन करते हैं तो स्वयं से जुड़ते हैं, आंतरिक शक्ति बढ़ती है और हमें पुराने लोग याद भी आते हैं। जब हम नियमित रूप से इसका अभ्यास करेंगे तो सभी रिश्तों की और मित्रों की याद बनी रहेगी। नए लोगों से संबंध रखने के साथ ही पुराने लोगों को भी याद करने का यह एक तरीका है। मेडिटेशन से हम प्रेरित होंगे कि पुराने लोग मिलें तो उन्हें भूलना नहीं है। व्यस्तता के कारण हमारी प्राथमिकताओं में पुराने लोग भले ही न हों, लेकिन वे मानसिक रूप से हर पल हमसे जुड़े रह सकते हैं। पुराने लोगों की बातें और उनके साथ बिताया हुआ समय हमें याद रहेगा तो जब भी उनसे मुलाकात होगी, तब वही ताजगी बनी रहेगी।
(साभार)