महबूबा मुफ्ती बोलीं – देश में चल रहा है अंधा कानून, चुनाव करा देना समस्या का कोई समाधान नहीं
श्रीनगर
कश्मीर में फिर से अलगाववाद की हवाओं को तेज करने में लगी राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के सुर अभी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं ।वह दिन प्रतिदिन कोई न कोई ऐसा बयान देती जा रही हैं जिससे कश्मीर की वादियों में आग लगे ।
अब एक बार फिर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि मुझे खुशी है कि लोग पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की आवश्यकता व्यक्त करने को तैयार हैं। हम चीन के साथ 9वें, 10वें दौर की वार्ता कर रहे हैं। वहीं पाकिस्तान से परहेज। क्या इसलिए कि वह (पाकिस्तान) एक मुस्लिम देश है? क्योंकि अब सब कुछ सांप्रदायिक हो रहा है?
महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वे मुसलमानों को ‘पाकिस्तानी’, सरदारों को ‘खालिस्तानी’, सामाजिक कार्यकर्ताओं को ‘अर्बन नक्सल’ और छात्रों को ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ और ‘देशद्रोही’ कहते हैं। ऐसे में मुझे यह समझ नहीं आता कि अगर हर कोई आतंकवादी और देश विरोधी है तो इस देश में ‘हिंदुस्तानी’ कौन है? केवल बीजेपी के कार्यकर्ता?
‘मुल्क़ के टुकड़े करने के सिवा कुछ नहीं बीजेपी’
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जब से उन्होंने (बीजेपी) सरकार संभाली है तब से मुल्क़ के टुकड़े करने के सिवा कुछ नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि बीजेपी खुद का एक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना चाहती है जहां लोकतंत्र के लिए कोई जगह न हो।
‘पूरे मुल्क़ में चल रहा अंधा कानून’
जम्मू और कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जब से हमने DDC चुनाव में भाग लेने का फैसला किया, तब से जम्मू-कश्मीर में पिछले एक-डेढ़ साल से जो ज्यादतियां हो रही थीं उनको और बढ़ाया गया। पूरे मुल्क़ में इस वक़्त अंधा कानून चल रहा है, इनके पास सबसे बड़ा हथियार UAPA बन गया है।
‘सामान्य चुनाव करवा देना कोई समाधान नहीं’
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जब तक कश्मीर का मुद्दा सुलझ नहीं जाता, तब तक समस्या बनी रहेगी। जब तक सरकार अनुच्छेद 370 को फिर से लागू नहीं करती, यह समस्या बनी रहेगी। मंत्री आते जाते रहेंगे। केवल इस तरह से सामान्य चुनाव करवा देना कोई समाधान नहीं है।
मुख्य संपादक, उगता भारत