‘ ड्रैगन ‘ ने की कोरोना काल में बेहताशा रक्षा बजट में बढ़ोतरी
नई दिल्ली। चीन के बुहान शहर से कोरोना महामारी की शुरुआत हुई जिसे पूरी दुनिया में लाखों लोग मौत के मुंह में समा गए और करोड़ों के लगभग अभी भी कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं। पूरे देश में कोरोना वायरस के कारण हाहाकार मचा हुआ है। पहले ही पूरी दुनिया के देश चीन के कारण मुसीबत झेल रहे हैं अब फिर दुनिया के लिए चीन बड़ा सिरदर्द बन कर उभरा है।अब वह क्या दुनिया को किसी और मुसीबत में डालने की तैयारी कर रहा है या चीन ने दुनिया को कोरोना से विश्व युद्ध के बाद किसी और युद्ध में डालने की तैयारी कर ली है।आखिर चाहता क्या है चीन दरअसल यह तमाम बातें हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि चीन ने कोरोना काल में भी अपने रक्षा बजट को 6.66% बढ़ा दिया है।
यानी के चीन अब कोरोना महामारी संकट के बाद इस वर्ष 180 अरब डॉलर रक्षा पर खर्च करेगा। रक्षा बजट से एयरक्राफ्ट कैरियर परमाणु समरीन और स्टील फाइटर जेट का निर्माण पर खर्च करेगा। वही दुनिया के दूसरे देश आर्थिक मंदी के बीच रक्षा बजट पर खर्च कम रहे कम कर रहे हैं।अमेरिका के बाद चीन सबसे ज्यादा रक्षा बजट पर खर्च करने वाला देश बन गया है।
इससे पहले चीन ने खुद ही माना कि उसका देश कोरोना महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुजर रहा है। इसके बावजूद भी चीन ने रक्षा बजट पर बेतहाशा बढ़ोतरी की है आखिर करोना काल में चीन के बजट बढ़ने की असली वजह क्या है। क्या अमेरिका से बढ़ते खतरे के बाद चीन अमेरिका से युद्ध की तैयारी कर ली है।दरअसल विशेषज्ञ को चिंता है कि चीन रक्षा के लिए रक्षा बजट में बढ़ोतरी का पैसा सैनिकों की स्थिति सुधारने में खर्च किया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि चीन अधिक धन अपने राक्षा बजट पर खर्च करता है।
इंडियन इंस्टिट्यूट फॉर डिफेंस के अनुसार भारत का रक्षा बजट 2020 में 66. 6 अरब अमेरिकी डालर डालर था चीन का भारत जापान और वियतनाम जैसे पड़ोसी मुल्कों से सीमा विवाद है. ऐसे में चीन की रक्षा बजट में बढ़ोतरी काफी मायने रखती है। जिस तरह कोरोना काल में अपनी अर्थव्यवस्था खराब होने के बावजूद भी चीन के रक्षा बजट बढ़ा है उसे लगता है आने वाले दिन में चीन दुनिया को युद्ध की ओर ले जा रहा है।