हिन्दू फल विक्रेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना दुर्भाग्यपूर्ण , हिंदू महासभा करेगी सहायता : धर्म चंद्र पोद्दार
जमशेदपुर । (विशेष संवाददाता ) अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने कहा है कि एक दुकानदार की दुकान पर हिंदू फल दुकान लिखे जाने को लेकर उक्त दुकानदार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना दुर्भाग्यपूर्ण है । उन्होंने कहा कि हिंदू इस देश से प्राणपण से प्यार करता है और शासन प्रशासन के प्रत्येक कार्य में सहयोगी भाव रखता है । इसे पुण्यभूमि और पितृभूमि मानने के कारण वह भारत के प्रति निष्ठावान है । इसलिए कोरोना वायरस जैसी घातक महाबीमारी के कारण चल रहे लॉक डाउन में भी वह शासन प्रशासन के लिए सहयोगी की भूमिका निभा रहा है । इसके उपरांत भी हिंदू दुकानदार को परेशान करना और उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना बहुत ही ही निंदनीय है। जबकि जो लोग तबलीगी जमात के इशारे पर या इस देश से प्यार न करने के कारण दुकानों या अपने अन्य प्रतिष्ठानों के माध्यम से लोगों में भय फैला रहे हैं या कोरोना फैलाने में मदद कर रहे हैं , कार्रवाई ऐसे लोगों के विरुद्ध होनी चाहिए। खासतौर से तब जब यह लोग किसी खास मजहब का सहारा ले रहे हैं।
अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री पोद्दार ने कहा कि हिंदू शब्द सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाला नहीं है । हिंदू या हिंदुत्व राष्ट्रीयता का द्योतक है और इस प्रकार की व्याख्या सुप्रीम कोर्ट ने भी दी है। इतना ही नहीं महाराष्ट्र के पूर्व चीफ जस्टिस रहे महाराष्ट्र मोहम्मद करीम छागला ने भी कहा है कि हिंदू एक जीवन प्रणाली का नाम है । यह राष्ट्रीयता का बोधक शब्द है । इससे भी आगे जाकर देखें तो सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा – – को लिखने वाले इकबाल ने भी कहा कि हिंदी हैं हम वतन है हिंदुस्तान हमारा – इसमें भी कवि ने यही कहा है कि हम हिंद के रहने वाले सभी लोग हिंदी हैं अर्थात हिंदू हैं। इससे भी पता चलता है कि हिंदू शब्द किसी सांप्रदायिकता का प्रतीक नहीं होकर हमारी राष्ट्रीयता से जुड़ा हुआ शब्द है।
हिंदू धर्म के बारे में हमें यह भी समझना चाहिए कि जो संप्रदाय किसी व्यक्ति विशेष या महापुरुष के द्वारा स्थापित किया जाता है वह एक संप्रदाय या रिलीजन या मजहब कहलाता है । जबकि हिंदू धर्म अपने आपमें कोई संप्रदाय रिलीजन या मजहब नहीं है , क्योंकि यह किसी एक व्यक्ति विशेष के द्वारा चलाया गया नहीं है । इसे पैदा करने वाला इंसान नहीं हुआ यह ईश्वरीय देन है प्रकृति की देन है और जन्म के साथ ही लोग जीवन प्रणाली में आ जाते हैं ।
श्री पोद्दार ने कहा कि जिस दुकानदार के खिलाफ इस प्रकार प्राथमिकी दर्ज कराई गई है हिंदू महासभा उसको सहयोग करेगी और कानूनी लड़ाई लड़ने में भी सहायता प्रदान करेगी । जिससे कि किसी भी व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का हनन न हो सके और उसे पूरी कानूनी सुरक्षा प्राप्त हो जाए।