नज़्म
तुम्हारी शहादत को सलामए ऐ शहीदे जियाउलहक
कुंडा की भोली जनता को दिये एतूने वो सारे हक़़
कुंडा की जनता को स्वत्रंता का एन मिला आज तक अधिकार
वो दिया तूने कुंडा को, जो आज तक न दे पायी सरकार
किसी भी पार्टी की सरकार, जुल्म ओ सितम खातमे की करती झुठे करार
गुन्डाराज है कुंडा मे, गुन्डो की मानने से किया तूने इनकार
प्रतापगढ की जनता को दिया तूने जिने का हक
तुम्हारी शहादत को सलाम ऐ शहीदे सी0ओ0 जियाउलहक
कांट दी तूने ओ जुल्मे सितम की जंजीरे, काट दी, दे के जॉ अपनी घटाये जुल्मतो की छांट दी
दशहत गर्दो के सामने न झुकेए अपनी हिम्मत की दाद दी।
सर किया ना अपना खम, बाटा अब्बा शमशुल का हक।
तुम्हारी शहादत को सलामए ऐ शहीदे जियाउलहक।
फर्ज के सामने एसर अपना न झुकाया तूने
प्रतापगढ की जुल्मी आधीं मेए लहू अपना बहाया तूने
माँ की हिम्मत से ले हौसला, न सर झुकाया तूने
सर कटाकर किया गावं जियाफर रोशन,मान पुलिस का भी बढाया तूने।
अपने खून से सीचां कुंडा को, बीवी परवीन को दिया सर बुलन्दी का हक
तुम्हारी शहादत को सलाम, ऐ शहीदे जियाउलहक
प्रताप गढ की खूनी सड़को पर, वहसी दरिन्दे आवारा फिरते है।
मजबुर,लाचारए इन्सा के घरो मे एघुसकर कत्ल सरेआम करते हैं।
कानून है अन्धा, हाकिम बहराए और महाफिज बेबस है।
माहौल मे ऐसे कुडां का कोन है पहरेदार
हिन्दु मुस्लिम एक ही घर मे रहते आये सदियो सेए
कुछ गुण्डे सहन मे आये, लगा गये नफरते दीवार।
जुनू का शोला आओ बुझा दे , आर्य कुंडा को दे दो अमन का हक।
तुम्हारी शहादत को सलाम , ऐ शहीदे जियाउलहक
कुंडा की भोली जनता को एदिये तूने वो सारे हक।
हरवीर सिंह आर्य एडवोकेट
सिविल व तहसील कम्पाउड गढमुक्तेश्वर
मौ0 9634277912
9412120176