भारतीय इतिहास पुनर्लेखन समिति द्वारा प्रधानमंत्री के नाम दिया गया ज्ञापन
प्रतिष्ठा में
श्रीमान नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी
प्रधानमंत्री भारत सरकार
नई दिल्ली
विषय :– विश्वकर्मा मंदिर ,पहाड़गंज , नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास , में “भारतीय इतिहास पुनर्लेखन समिति ” ( ‘ उगता भारत ट्रस्ट ‘ द्वारा संचालित ) की दिनांक 29 फरवरी 2020 को हुई बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार भारत के गौरवमयी इतिहास के पुनर्लेखन के संबंध में
महोदय
सादर प्रणाम । आपके तेजस्वी नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है । सार्वत्रिक चहुँमुखी विकास और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बढ़ रहा भारत का सम्मान निश्चय ही प्रत्येक देशभक्त भारतवासी को गौरवान्वित करता है । जिसके लिए आप निश्चय ही बधाई के पात्र हैं ।
यह भी हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि आप भारतीय इतिहास के गौरवमयी पुनर्लेखन को लेकर भी चिंतित हैं । समिति का यह भी विश्वास है कि आपके तेजस्वी नेतृत्व में ही इतिहास के पुनर्लेखन का यह महान कार्य संपादित होना संभव है । इस कार्य के संपन्न होने से हम वैदिक काल , रामायण काल , महाभारत काल , मौर्य काल , गुप्त काल , हर्षवर्धन , राजपूत काल , वीर गुर्जर प्रतिहार वंश सहित अन्य सभी उन वीर वीरांगनाओं , राष्ट्रभक्त , राष्ट्र साधक और भारत की एकता व अखंडता के लिए प्राण समर्पित करने वाले अपने हर उस इतिहास पुरुष का सही मूल्यांकन कर सकेंगे , जिसने हमारे देश के लिए व हमारी संस्कृति की रक्षा के लिए भागीरथ प्रयास किए । साथ ही समय आने पर अपना सर्वोत्कृष्ट बलिदान देने में भी नहीं चूके।
समिति यह भी चाहती है कि 712 ईसवी से लेकर 1947 तक के 1235 वर्षीय स्वाधीनता संग्राम पर समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार द्वारा छः खण्डों में लिखित ”भारत का 1235 वर्षीय स्वाधीनता संग्राम ” को भारत के विद्यालयों के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाए , जिससे कि हमारे छात्र – छात्राओं को अपनी आजादी के दीर्घकालिक संघर्ष की सच्ची कहानी से अवगत कराया जा सके।
यहाँ पर यह भी उल्लेखनीय है कि समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा लिखी गई इस ग्रंथमाला को भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा 2017 में पुरस्कृत भी किया गया है।
” भारतीय इतिहास पुनर्लेखन समिति” के हम सभी पदाधिकारी एवं सदस्यगण आपको आश्वस्त करते हैं कि इस दिशा में जो भी संभव हो सकेगा समिति सरकार का सहयोग करेगी और भारत के गौरवमयी इतिहास के लेखन को ठोस व सकारात्मक स्वरूप देने का हर संभव प्रयास करेगी।
हमें आशा है कि आपका आशीर्वाद समिति को अवश्य प्राप्त होगा।
भवदीय
भारतीय इतिहास पुनर्लेखन समिति के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यगण
आदरणीय श्रीमान राकेश कुमार जी आर्य नमस्कार आपके द्वारा लिखित लेख को पढा और एहसास हुआ की हमारी संस्कृति, हमारे इतिहास के कार्य का पुनर्लेखन समिति से जुडकर अपनी सहभागिता दर्ज करवानी चाहिए , मेरा आपसे नम्र अनुरोध हैं मुझे हिन्दू महासभा की कार्यकारणी में शामिल करावें।
धन्यवाद। जय हिन्द
लाभेश जैन
बंगलौर कर्नाटक
09844402727