महिला उत्थान समिति जमशेदपुर की बैठक संपन्न : निर्भया कांड के दोषियों को फांसी देने की की मांग
जमशेदपुर । ( विशेष संवाददाता ) यहां स्थित डॉ श्रीकृष्ण सिन्हा संस्थान बिष्टुपुर में महिला उत्थान समिति जमशेदपुर की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा पांडेय ने की । सभा को संचालित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव अरुणा पोद्दार ने कहा कि निर्भया गैंग रेप कांड को हुए 7 वर्ष बीत चुके हैं लेकिन अभी तक रेपिस्टों को फांसी नहीं दी जा सकी है ।
इस पर हम सभी बहुत ही दुख प्रकट करती हैं । कितने दुख की बात है कि अपने देश का कानून बहुत ही लचर बनाया हुआ है अब इसे बदलना ही होगा ।
उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेजों ने जो कानून बनाया था वह इस देश पर शासन करने के हिसाब से और अपनी सहूलियत के हिसाब से बनाया था ।
भारत के स्वतंत्र होने के पश्चात उस कानून को ही कॉपी पेस्ट करके अपना संविधान बनाया गया ।
कानून ऐसा होना चाहिए जो जनता के हित में हो और जनता की सुरक्षा के लिए बनाया जाए ।
कितने अफसोस की बात है कि आधी आबादी को न्याय नहीं मिल रहा है , स्त्रियां अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं । कहीं भी निकलने में डर लगता है , बेटियां अगर घर के बाहर गई है जैसे कॉलेज गई है या मार्केट गई हैं तो माताओं को चिंता लगी रहती है कि उनकी बेटी घर सुरक्षित आ जाए तो जान में जान आये । बैठक में उपस्थित अनेक महिलाओं ने अपने विचार रखें इन सबकी बातों का सार यही था कि आज देश की महिलाएं असुरक्षित हैं जब कभी भी अखबार उठाइए तो रेप होने की घटनाएं पढ़ने को मिलती हैं।
लगभग प्रतिदिन कहीं ना कहीं रेप हुआ है और रेप करने के पश्चात पीड़िता को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा है यह क्या हो रहा है देश कहां जा रहा है किसी को भी इसकी चिंता नहीं है हम सभी इस प्रकार की घृणित घटनाओं पर अपना दुख प्रकट करती हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा पांडेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपनी आवाज को बुलंद करें ।
जिस प्रकार से आंध्र प्रदेश सरकार ने 21 दिनों में निर्णय देने का कानून बनाकर न्यायालयों को दिशा-निर्देश देने का काम किया है वह सराहनीय है और उसी प्रकार का कानून भारत की प्रत्येक राज्य सरकार को बनाना चाहिए। केंद्र सरकार के द्वारा भी कड़े कानून बनाए जाने की अत्यंत ही आवश्यकता है।
हम लोग मांग करती हैं कि कानून ऐसा बने कि निचली अदालत में फैसला हो जाने के बाद रेपिस्ट कहीं भी कभी भी अपील नहीं कर सके । कोई दया याचिका दाखिल नहीं कर सके । निचली अदालत ने दोषी करार कर दिया है तो सीधे उसको 3 दिन के अंदर फांसी की सजा हो ।
अगर ऐसा नहीं किया गया तो हम सभी बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगी ।
बैठक में निर्णय लिया गया कि निर्भया रेप कांड के दोषियों को 3 मार्च को फांसी होनी है अगर इस दिन भी फांसी नहीं हुई तो हम बड़े रूप में आंदोलन करेंगी । शीघ्र ही हमारा एक प्रतिनिधिमंडल स्थानीय सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस से मिलकर जितने भी रेप कांड इस क्षेत्र में हुए हैं उनसे संबंधित गत 3 वर्षों के डाटा कलेक्ट करेगा और फिर उस पर कार्रवाई की जाएगी । इसके अतिरिक्त महिलाओं को आत्मरक्षा हेतु जूडो कराटे एवं बॉक्सिंग के निशुल्क प्रशिक्षण देने की व्यवस्था महिला उत्थान समिति के द्वारा की जाएगी । इस हेतु यहां के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों को भी प्रेरित किया जाएगा ।
बैठक में मुख्य रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा पांडेय के अलावा राष्ट्रीय महासचिव अरुणा पोद्दार ,मनजीत कौर , चंद्र लता जैन , सविता ठाकुर , तनु देवी , संघमित्रा शर्मा , कविता सिंह , शोभा पांडेय , आरती देवी , रूबी कुमारी , किरण सिंह , अंजना कुमारी , संगीता शर्मा , संजू मिश्रा , सविता जैन , विनीता शर्मा , मंजू रेड्डी , डॉ आशा गुप्ता , नीरू सिंह , मधुलिका गौतम , पल्लव वखारिया , विनीता शाह ,चंदा कुमारी , मीना चौधरी , जयंती देवी , रीना मिश्रा , रेनू बाला , पिंकी , सीमा , जुली महतो , स्वाति अग्रवाल एवं अन्य भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी ।
मुख्य संपादक, उगता भारत