आत्म गौरव का बोध कराने वाली पत्रकारिता समय की आवश्यकता : रवि चाणक्य

नई दिल्ली ।( विशेष संवाददाता )

राष्ट्रीय प्रेस महासंघ के प्रथम अधिवेशन में बोलते हुए राष्ट्रीय प्रेस महासभा के राष्ट्रीय संयोजक एवं मुख्य वक्ता रवि चाणक्य ने कहा कि इस समय देश के सामने राष्ट्रवादी पत्रकारिता को प्रोत्साहित करने का स्वर्णिम अवसर है । उन्होंने राष्ट्रीय प्रेस महासभा की स्थापना के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का जागरण कर युवाओं को भारत के गौरवपूर्ण अतीत से जोड़कर वर्तमान में वैचारिक क्रांति के माध्यम से भारत के भविष्य को उज्जवल करना ही राष्ट्रीय प्रेस महासंघ का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि भारत को भारत के संदर्भ में सही प्रकार से समझाने के लिए और इसके मानवीय मूल्यों को संपूर्ण मानवता के हितार्थ प्रस्तुत करने के उद्देश्य से इस संगठन की स्थापना की गई है । उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी पत्रकारिता लेखन और इतिहास के दोबारा लेखन करने से ही भारत विश्वगुरु की ऊंचाई पर पहुंच सकता है ।

राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि भारत मैं पीत पत्रकारिता के माध्यम से कई लोग पत्रकारिता के उद्देश्य से भटक गए हैं। जिससे भारत के विषय में ही सही तथ्य और सत्य लोगों के सामने प्रकट न करने का राष्ट्रीय अपराध किया गया है ।श्री चाणक्य ने कहा कि हम इस बात के लिए प्रयासरत हैं कि भारत में भारतीयता को स्थापित करने वाली और आत्म गौरव का बोध कराने वाली पत्रकारिता पुनर्जीवित हो।

उन्होंने कहा कि देश के राजनीतिक नेतृत्व का मार्गदर्शन करना पत्रकारिता का पवित्र उद्देश्य है। जिससे सही अर्थों में पत्रकारिता देश में विपक्ष अर्थात विशेष पक्ष की भूमिका निर्वाह करती है । इसीलिए प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। श्री चाणक्य ने कहा कि राजनीतिक नेतृत्व के मार्गदर्शक के रूप में पत्रकारिता की स्थापना करना और उसके लिए समुचित अवसर उपलब्ध कराना इस संगठन का लक्ष्य है ।

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