अडानी पर अमेरिकी कोर्ट के आरोप की सच्चाई ये है

पहले हिंडनबर्ग, अब कोर्ट ने गौतम अडानी को निशाना बनाया है. अमेरिकी कोर्ट ने कहा है कि अडानी ने ठेके लेने के लिए भारत की 4 राज्य सरकारों को 250 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी

इससे भारत का विपक्ष, सोरोस गैंग और लश्कर मीडिया सर्दी में भी लुंगी डांस की धुन पर ऊ लाला कर कर रहा है. लेकिन क्या आपको पता है कि जिन 4 राज्य सरकारों को रिश्वत के आरोप अडानी पर लगाए गए हैं, वो 4 राज्य हैं,

  1. छत्तीसगढ़ (भूपेश बघेल CM थे)
  2. तमिलनाडु (स्टालिन CM थे)
  3. आंध्र प्रदेश (जगनमोहन CM थे)
  4. ओडिशा (नवीन पटनायक CM थे)

एक भी राज्य भाजपा या उसके सहयोगी का नहीं है. दो कांग्रेस कांग्रेस और INDI गठबंधन के हैं. बाकी दो अन्य विपक्ष शासित हैं.
अर्थात INDI गठबंधन और अन्य विपक्षी सरकारें अडानी से पैसे ले रही थीं और ठेके दे रही थी? राहुल गांधी के करीबी भूपेश बघेल इसका जवाब देंगे ?

अब अमेरिका के नए राष्ट्रपति ट्रंप की पोस्ट का SS देखिए. ट्रंप ने लिखा है कि मेरी शपथ से पहले डेमोक्रेटिक पार्टी अमेरिका के न्यायालयों को कट्टरपंथी वामपंथी जजों से भर रहे हैं. आपको पता होगा कि ट्रंप की जीत के बाद अडानी ने बधाई दी थी और अमेरिका में 10 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी.

अब जब ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी कोर्ट्स में योजना के तहत कट्टर वामपंथी जज भरे जा रहे हैं. ठीक उसी समय अमेरिका का एक कोर्ट अडानी को आरोपी बता देता है. ये सिर्फ एक संयोग है या प्रयोग ?

अमेरिकी डेमोक्रेट्स कोशिश कर रहे हैं कि हमारी सरकार भले चली गई हो लेकिन ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में भी पहले कार्यकाल की तरह सिस्टम हमारा (वामपंथियों) का ही रहे. जबकि घोषणा कर चुके हैं कि जब वह शपथ लेंगे, सबसे पहले वामपंथी और भ्रष्ट जजों व अधिकारियों को हटाएंगे. ऐसे में 20 जनवरी को ट्रंप कि शपथ से ऐसे अमेरिकी कोर्ट्स के कट्टर वामपंथी जज ऐसे फैसले दे रहे हैं

एक बात और, जैसे ही अमेरिकी कोर्ट का फैसला आया, सुबह 4 बजे उठकर LKFC जुबैर ने अडानी के खिलाफ ट्वीट कर दिया. जब पूरा देश कंबल ओढ़कर सो रहा था, तब सोरोस गैंग का इकोसिस्टम अडानी के खिलाफ नैरेटिव सेट कर रहा था

एक चीज और पता है आपको ? अमेरिकी चुनाव में Meta अर्थात FB/IG/WP ट्रंप के खिलाफ था और कमला के समर्थन में था. हाल ही में भारत के कंपिटिशन कमीशन ने Meta पर सवा दो सौ करोड़ का जुर्माना लगाया है.

अब खुद सोचिए कि जब Meta पर भारत ने जुर्माना लगाया है तो ट्रंप के अनुसार अमेरिकी कोर्ट में घुसेड़े जा रहे कट्टर वामपंथी जज उसकी वसूली भारत से करने की कोशिश नहीं करेंगे तो किससे करेंगे ?
अंत में सोचिए कि अडानी को लगातार निशाना क्यों बनाया जा रहा है ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संकल्प ले चुके हैं कि 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाना है. अडानी समूह समुद्र से लेकर आसमान तक, ऑइलसे लेकर सौर ऊर्जा तक में लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में भारत विरोधी सोरोस गैंग और वामपंथी वर्ग इस बात को कैसे स्वीकार कर लेगा कि भारत का कोई उद्योगपति उस सेक्टर में टॉप पर पहुंचे जहां कभी भारत विरोधी लोगों का एकछत्र राज था?

दरअसल अडानी तो बहाना है, भारत असली निशाना है। लेफ्ट लॉबी हमेशा चाहेगी कि भारत विकसित न बन पाए और दूसरे देशों का पिछलग्गू बना रहे। ऐसे में जो उद्योगपति दुनिया भर में भारत की शान बढ़ा रहे हैं, भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं, उन्हें निशाना बनाया ही जाएगा।

More Power To You Adani Sir… विकसित भारत बनकर रहेगा. आप हिंडनबर्ग के हमले से बचकर निकले, इससे भी निकालोगे।विकसित भारत के लोग आपके अपने देश के उद्योगपतियों के साथ हैं।

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