हिजरी सन 1111 में पैदा हुए शिया विद्वान ” मुहम्मद बाकर अल मजलिसी – محمد باقر المجلسي ” ने अपनी किताब “बहारुल अनवार -بحار الأنوار, ” में अली , आयशा और उम्र के बारे में ऎसी ऐसी गुप्त बातें लिखी हैं ,जिन को पढ़ कर सुन्नी शर्म के मारे डूब कर मर जायेंगे , यहाँ केवल दो नमूने दिए जा रहे हैं ,
1.इमाम जाफर बिन मुहम्मद ने बताया कि रसूल अपना चेहरा अपनी पुत्री फातिमा के स्तनों के बीच में रख कर सोया कर
“It was narrated that [Imam] Ja`far Ibn Muhamad said : The prophet Muhammad p.b.u.h used to put his face between the breasts of [his daughter] Fatima before going to sleep” (
وقال جعفر بن محمد: النبي محمد عليه الصلاة والسلام يستخدم لوضع وجهه بين الثديين من [ابنته] فاطمة قبل النوم “(
(Bihaar al-Anwar( بحار الأنوار, ) vol. 43, p. 78
2.अली इब्न अबी तालिब ने बताया कि एक बार मैं रसूल के साथ सोया और एक ही चादर में आयशा भी थी . और जब रसूल सवेरे नमाज के लिए उठ कर चले गए तब भी मैं और आयशा उसी तरह एक ही चादर में सोते रहे ”
Ali Ibn Abi Talib said that he once slept with the prophet Muhammad p.b.u.h and his wife Ayesha in one bed, and under one cover, then the prophet woke up to pray, and left them together [Ali and Ayesha] in the same bed, under the same cover”
وقال علي بن أبي طالب أن ينام مرة واحدة مع النبي محمد عليه الصلاة والسلام وزوجته عائشة في سرير واحد، وتحت غطاء واحد، ثم استيقظ النبي إلى الصلاة، وترك لهم معا [علي وعائشة] في نفس السرير، تحت نفس غطاء ”
(Bihaar al-Anwar( بحار الأنوار, ) vol. 40, p. 2
अब कोई मुल्ला मौलवी बताये कि अली किस रिश्ते के अनुसार आयशा के साथ एक ही चादर में सोया था . एक तरफ वह रसूल का चचेरा भाई था तो आयशा उसकी भाभी हुई , फिर मुहम्मद ने अपनी बेटी फातिमा उसे व्याह दी यानि वह मुहम्मद का ससुर और आयशा उसकी सास हुई , यानी अली अपनी भाभी और सास के साथ सोया था .
बृजनंदन शर्मा