जनसेवा से मुझे मिलता है आत्म संतोष : मेजर रूपसिंह नागर
दादरी । राष्ट्रपति पदक से सम्मानित और जिला जेल निरीक्षक जनपद गौतमबुद्धनगर मेजर रूपसिंह नागर का कहना है कि उन्हें जनसेवा से आत्मसंतोष की प्राप्ति होती है । श्री नागर ने कहा कि मैं अपने जीवन में कुछ विशेष मुद्दों , बिंदुओं व मूल्यों को लेकर संघर्ष करता रहा हूँ और जीवन भर संघर्ष करता भी रहूंगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की वर्तमान सरकार मोदी जी के नेतृत्व में जिस प्रकार के ऐतिहासिक फैसले ले रही है उससे प्रधानमंत्री श्री मोदी लोकप्रियता के शिखर को छू गए हैं ।
श्री नागर ने कहा कि हम सबको भी कर्मठता की प्रेरणा प्रधानमंत्री श्री मोदी से लेनी चाहिए । उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में जिन मानवीय मूल्य को मान्यता दी गई है उन्हीं से देश , धर्म , राष्ट्र और मानवतावाद आदि सभी सुरक्षित रह पाएंगे। इसलिए वर्तमान समय में हमारी शिक्षा प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन करने की आवश्यकता है।
श्री नागर ने कहा कि शिक्षा को संस्कार आधारित बनाना आवश्यक है । उन्होंने ‘ उगता भारत ‘ के साथ विशेष बातचीत में कहा कि हमारे इतिहास का विकृतिकरण जिन लोगों ने किया उन्होंने देश के साथ अपघात किया । अब इसको ठीक करने का भी समय आ गया है। इसके लिए श्री नागर ने ‘ उगता भारत ‘ परिवार को अपनी शुभकामनाएं प्रकट कीं।
मुख्य संपादक, उगता भारत