लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी बोले :
आतंकवाद का समर्थन करने वाले बेनकाब हों’
देश के 73 वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने लालकिले के प्राचीर से जिस प्रकार का ओजस्वी भाषण देकर देशवासियों को प्रेरित किया है , उससे चलता है कि वह अभी देश के लिए और भी बहुत कुछ करना चाहते हैं । प्रधानमंत्री श्री मोदी का आत्मविश्वास बोल रहा था और यह स्पष्ट हो रहा था कि वह अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों से लोकप्रियता में कहीं अधिक आगे निकल चुके हैं । वे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने लालकिले की प्राचीर से दिए जाने वाले भाषण को भी रस्मी भाषण से कुछ अलग हटाकर जनसंवाद का एक बेहतरीन माध्यम बनाकर रख दिया है । पिछले 5 वर्ष में लोग 15 अगस्त के भाषण की प्रतीक्षा करने लगे हैं कि इस बार हमारे देश के प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे ? इससे पूर्व जो प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर से भाषण देते आए थे उनके भाषण रस्मी होकर रह गए थे और लोग उसके प्रति नीरसता का प्रदर्शन करने लगे थे ।
लालकिले से लोगों को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान पर परोक्ष हमला किया। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में कई आतंकवादी घटनाएं हो रही हैं । ऐसे में भारत मूकदर्शक नहीं बना रहेगा। पीएम मोदी ने स्पष्ट शब्दों में यह घोषणा की कि भारत आतंकवाद के विरुद्ध अपना युद्ध जारी रखेगा। उन्होंने ओजस्वी भाषण में यह भी स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद को संरक्षण देने वाले और इसका समर्थन करने वालों को बेनकाब होना चाहिए। बांग्लादेश, अफगानिस्तान, श्रीलंका भी आतंकवाद से प्रभावित हैं। इस खतरे से लड़ने के लिए विश्व के सभी देशों को एक साथ आने की आवश्यकता है।
संविधान की आपत्तिजनक धारा 370 हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी पहली बार लालकिले से लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि हर पार्टी में ऐसे व्यक्ति है जो धारा 370 के विरोधी हैं । लेकिन जो लोग धारा 370 को हटाए जाने के विरोध में है ,उनसे देश के लोग पूछ रहे हैं कि ये इतना आवश्यक था तो बीते 70 वर्ष से आपने इसे अस्थायी क्यों बनाए रखा। आप इसे स्थायी बना देते, लेकिन आपमें इतनी हिम्मत नहीं थी ।
धारा 370 समाप्त किए जाने के अपनी सरकार के महत्वपूर्ण निर्णय पर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता पर भी प्रधानमंत्री ने कहा कि हम समस्या को पालते नहीं है और टालते भी नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि जो काम इस देश में 70 वर्ष में नहीं हो पाया वह हमने 70 दिन में कर दिखाया। जम्मू कश्मीर को लेकर 70 वर्ष हर किसी ने कुछ ना कुछ किया, लेकिन परिणाम कुछ नहीं आया। घाटी के लोगों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही थीं ,वहां पर भ्रष्टाचार, अलगाववाद ने अपने पैर जमा लिए थे।
आजादी के दिन पर लोगों को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिन्होंने देश के विकास में योगदान किया। उनको नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि 10 सप्ताह के भीतर धारा 370, 35ए का हटाया जाना सरदार पटेल के सपनों को साकार करने की दिशा में उठाया गया एक कदम है।
लालकिले से प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन में समाज के हर वर्ग का उल्लेख था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम सबका साथ-सबका विकास का मंत्र लेकर चले थे, लेकिन यह सबका साथ , सबका विकास और सबका विश्वास हो गया। तीन तलाक पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की मुस्लिम बहनें डरकर अपना जीवन जी रही थीं। भले ही वे तीन तलाक की शिकार नहीं बनीं हों , लेकिन उनके मन में हमेशा डर रहता था। तीन तलाक को इस्लामिक देशों ने समाप्त कर दिया था तो हमने क्यों नहीं गई। अगर देश में दहेज, भ्रूण हत्या, सती प्रथा जैसी कुरीतियों के विरुद्ध कानून बना सकते हैं तो तीन तलाक के विरुद्ध क्यों नहीं।’
लालकिले से पीएम मोदी ने सेना को लेकर बड़ी घोषणा की । प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि अब तीनों सेनाओं का एक सेनापति होगा। इसे चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ़ कहा जाएगा। तीनों सेनाओं में समन्वय को बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है। सेना के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है। अब तीनों को एकसाथ चलना होगा।
स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी के भाषण में भ्रष्टाचार को लेकर कहा गया। उन्होंने कहा कि हम आजादी के 75 वर्ष मनाने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं तो हमें व्यवस्था में बदलाव लाने होंगे और समाज को भ्रष्टाचार मुक्त करना पड़ेगा। हमारे इस मिशन में जो रोड़ा बन रहे थे हमने उनकी छुट्टी कर दी और कहा कि आपका रास्ता अलग है।भाई-भतीजावाद एक दीमक की तरह है, अस बीमारी को भगानो होगा।
प्रधानमंत्री ने बढ़ती जनसंख्या को लेकर चिंता जताई, उन्होंने कहा कि हमें इस विषय को लेकर आने वाली पीढ़ी के लिए सोचना होगा। सीमित परिवार से न केवल स्वयं का अपितु देश का भी भला होने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से कहा कि अभी भी 50 फीसदी लोगों के घरों में पीने का पानी उपलब्ध नहीं है। लोगों को पीने के पानी के लिए कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। प्रधानमंत्री मोदी बोले कि हमारी सरकार अब हर घर में जल की ओर कदम बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर जल जीवन मिशन की भी घोषणा की और साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया । इसके अंतर्गत जल संचय, समुद्री पानी का प्रयोग , वेस्ट वाटर का प्रयोग , कम पानी में खेती के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाई जाएगी।
इस प्रकार स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लगभग हर समस्या पर बोलने का प्रयास किया और देशवासी जिन – जिन बिंदुओं पर उन्हें सुनना चाहते थे उन सब पर वह बहुत ही निर्भीकता और ओजस्विता के साथ बोलने में सफल रहे । यद्यपि उन्होंने अब तक का अपना सबसे लंबा भाषण लालकिले की प्राचीर से दिया परंतु इसके उपरांत भी देश के लोग उनके भाषण से ऊबे नहीं। इसी से पता चलता है कि देश के लोग इस समय किस सीमा तक अपने प्रधानमंत्री के दीवाने हो चुके हैं और यह भी कि प्रधानमंत्री श्री मोदी अपने पूर्ववर्ती सभी प्रधानमंत्रियों से लोकप्रियता के क्षेत्र में आगे निकल चुके हैं।
डॉ राकेश कुमार आर्य
संपादक : उगता भारत