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गौ और गोवंश

🌺🌺धारोष्ण दूध का महत्व तथा पास्चराइजेशन का प्रभाव🌺🌺

🦋🦋प्राचीन काल से ही दूध समस्त प्राणी जगत, विशेष कर मानव जाति है के लिए विशेष पेय रहा है! यह संपूर्ण आहार के साथ रसायन और जीवनीय भी माना गया है! जीवन और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व, विटामिन आदि तो दूध में विद्यमान रहते ही है! इसमें सैकड़ों प्रकार के एंजाइम, हार्मोन्स, जैव रसायन और शरीर की रोग रक्षक शक्ति बढाने वाले रसायन भी रहते हैं! इसलिए नवजात शिशु, बालकों, वृद्ध, बीमार, दुर्बल रोगियों के लिए दूध की विशेष उपयोगिता बताई गई है!
👍डॉ. राधा कृष्ण-9878507659
🌻🌻लेकिन ये सभी गुण माता अथवा गौदुग्ध में पाये जाते हैं और वह भी बिना उबाले अर्थात धारोष्ण दूध में! अधिक समय तक उबालने से दूध के अनेक पोषक तत्व कमजोर पड़ जाते है जबकि पास्चराइजेशन प्रक्रिया के बाद तो दूध के समस्त गुण और पोषक तत्व लगभग नष्ट हो जाते हैं! जैसे-
🍇पॉस्चराइज्ड प्रक्रिया से दूध का इम्युन सिस्टम कमजोर पड़ता है🍇

🍃सामान्यतः धारोष्ण दूध अर्थात कच्चे दूध बिना गर्म व पॉस्चराइज्ड ताजा दूध में प्रति रक्षक तंत्र (इम्युन सिस्टम) संबंधित निम्न समस्त घटक सामान्य स्तर पर विद्यमान रहते हैं! धारोष्ण दूध में निम्न घटक रहते हैं:-
1- बी- लिम्फोसाइट्स
2- मेक्रोफेगस
3- न्यूटो्फिल्स
4- लिम्फोसाइट्स
5- आईजीए/ आईजीजी एंटीबॉडीज
6- विटामिन बी12 बाइंडिंग प्रोटीन
7- बिफिड्स फैक्टर
8- मीडियम चेन फैटी एसिड्स
9- फाइब्रोनेक्टिन
10- गामा इंटरफेरॉन
11- लैक्टोफेरिन
12- लाइक्सोजाइम
13- म्युजिक ए/ ओलिगोसैकराइड्स
14- हारमोन व ग्रोथ फैक्टर्स

🦚गाय संबंधित समस्त विषय ( स्वास्थ्य, विकास, दुग्ध उत्पादन क्षमता, रोग चिकित्सा, गौ संवर्धन, गौ उन्नयन Breed improvement आदि) पर अधिक जानकारी के लिए मेरे वीडियो चैनल, वाट्सएप के साथ जुड़े अथवा मेरी पुस्तक का अध्ययन करें!

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