संख्याओं से इस्लाम सीखिये !
सामान्य व्यक्ति के लिए इस्लाम के सिद्धांत , और नियमों को ठीक से समझना एक टेढ़ी खीर साबित होगा , क्योंकि इस्लाम के नियम समझने लिए रटने के लिए होते हैं , लोगों की इस समस्या का हल करने के लिए संख्याओं के माध्यम से इस्लाम की कुछ याद रखने योग्य बातें दी जा रही हैं। इन नंबरों को याद रखने से लॉग अपना समय बर्बाद होने और खोपड़ी खराब होने से बच जायेंगे , इस तरकीब में आधी (Half) संख्या से सौ तक कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण संख्याएँ दी जा रही है , और उन संख्याओं से समन्धित घटना या हदीस भी दी गयी है ,
आधा -अर्थात 1 /2 -औरत की गवाही मर्द से आधी
सईदुल खुदरी ने कहा कि रसूल ने कहा है एक औरत की गवाही मर्द की गवाही से आधी मानी जाएगी , क्योंकि औरतों के दिमाग में कमी होती है
Narrated Abu Said Al-Khudri: The Prophet said, “Isn’t the witness of a woman equal to half of that of a man?” The women said, “Yes.” He said, “This is because of the deficiency of a woman’s mind.”” –
https://sunnah.com/bukhari:2658
Reference : Sahih al-Bukhari 2658
In-book reference : Book 52, Hadith 22
USC-MSA web (English) reference : Vol. 3, Book 48, Hadith 826
2-दो मुट्ठी आटा या खजूर पत्नी की कीमत
“जो भी व्यक्ति यदि पत्नी को मेहर ” مهر ” (bride price) के रूप में दो मुट्ठी आटा या खजूर भी दे देगा तो उसके लिए पत्नी की योनि वैध हो जायेगी”
“Who so gives two handfuls of flour or dates as dowry of his wife has rendered [her] (private parts) lawful” –
https://sunnah.com/mishkat:3205
Reference : Mishkat al-Masabih 3205
In-book reference : Book 13, Hadith 123
3-तीन चीजों से नमाज नष्ट होती है
“आयशा ने कहा कि मुझे रसूल ने बताया ,यदि नमाजी के सामने कुत्ता , गधा और औरत आ जाए तो सारी नमाज बेकार हो जाती है ”
‘Narrated ‘Aisha: The things which annul the prayers were mentioned before me. They said, “Prayer is annulled by a dog, a donkey and a woman (if they pass in front of the praying people).” I
https://sunnah.com/bukhari:511
Reference : Sahih al-Bukhari 511
In-book reference : Book 8, Hadith 158
USC-MSA web (English) referenc : Vol. 1, Book 9, Hadith 490
4-चार पत्नियों की अनुमति
“यदि तुम्हें एक पत्नी से संतुष्टि नहीं मिलती तो अपनी पसंद की दो , तीन या चार पत्नियां रख सकते हो ”
“if you not satisfy with one wife than , Marry women of your choice, Two or three or four;
Qur’an -Sura Nisa-4:3
6-छः साल की आयशा 51साल के रसूल
आयशा ने कहा शादी के समय मेरी आयु छह साल और रसूल की आयु 51 साल थी , उस समय रसूल मेरे साथ “जंघा मैथुन ( thighed) करते थे और मेरी आयु 9 साल होने पर सम्भोग करने लगे थे
“Narrated ‘Aisha: that the Prophet married her when she was six years old Prophet thighed and he consummated his marriage when she was nine years old.
https://sunnah.com/bukhari:5134
Reference : Sahih al-Bukhari 5134
In-book reference : Book 67, Hadith 70
USC-MSA web (English) reference : Vol. 7, Book 62, Hadith 65
8-आठ लोगों की निर्दयता से ह्त्या
अनस बिन मलिक ने कहा उकील कबीले के आठ लोग रसूल के पास आये ,जब वह जाने लगे तो रसूल ने अपने लोगों से उनका पीछा करने को कहा और उनको पकड़ कर उनके हाथ कटवा दिए और मदीना की चट्टानी गर्म रेत पर छोड़ दिया , और जब उन्होंने पानी माँगा तो उनको प्यास ही मरने को छोड़ दिया
Narrated Anas bin Malik: A group of eight men from the tribe of ‘Ukil came to the Prophet and … he sent some men in their pursuit, and before the sun rose high, they were brought, and he had their hands and feet cut off. Then he ordered for nails which were heated and passed over their eyes, and whey were left in the Harra (i.e. rocky land in Medina). They asked for water, and nobody provided them with water till they died
https://sunnah.com/bukhari:3018
Reference : Sahih al-Bukhari 3018
In-book reference : Book 56, Hadith 227
USC-MSA web (English) reference : Vol. 4, Book 52, Hadith 261\
10-दस निर्दोषों की हत्या
इस्लामी इतिहासकार इब्न साद के अनुसार रसूल ने 11 दिसंबर सन 629 ई ० को मक्का पर हमला करके दस लोगों की ह्त्या करावा दी थी , जिनमे 6 पुरुष और 4 स्त्रियां थी , और जिन लडको के नीचे के बाल उग गए थे उनको क़त्ल करा दिया थे , मरने बालों के नाम यह हैं ,
1. इक्रामा बिन अबी जहल 2 ,हब्बार इब्न अल अस्वद 3 .अब्दुलाह इब्न साद इब्न अबी साराह 4 .मिक़दास इब्न सबाह अल हैती 5 .अल हुवैरिस इब्न नुकेदा 6 . अब्द अब्बाह इब्न हिलाल अल अदरामी . 7, हिन्दा बिन्त उतबा 8.सारा मालवत ( नर्तकी )बिन्त अम्र बिन हाशिम 9.फरताना10.करीबा
The apostle of Allah entered through Adhakhir, [into Mecca], and prohibited fighting. He ordered six men and four women to be killed, they were (1) Ikrimah Ibn Abi Jahl, (2) Habbar Ibn al-Aswad, (3) Abd Allah Ibn Sa`d Ibn Abi Sarh, (4) Miqyas Ibn Sababah al-Laythi, (5) al-Huwayrith Ibn Nuqaydh, (6) Abd Abbah Ibn Hilal Ibn Khatal al-Adrami, (7) Hind Bint Utbah, (8) Sarah, the mawlat (enfranchised girl) of Amr Ibn Hashim, (9) Fartana and (10) Qaribah.”
Ibn Sa`d “Tabaqat”, Vol 2, page 168
11-ग्यारह पत्नियों से सम्भोग
इस हदीस के अनुसार रसूल हर रात बारी बारी से अपनी सभी ग्यारह पत्नियों से सम्भोग किया करते थे
This hadith claims he had sex with 11 wives in a single night:
https://sunnah.com/bukhari:268
Reference : Sahih al-Bukhari 268
In-book reference : Book 5, Hadith 21
USC-MSA web (English) reference : Vol. 1, Book 5, Hadith 268
72- बहत्तर हूरें सम्भोग के लिए
अबु उमामा ने कहा कि रसूल ने बताया है ,जो लोग जन्नत जायेंगे उन मेरे हरेक को सम्भोग के लिए 72 औरतें मिलेंगी , और उनको हमेशा खड़ा रहने वाला लिंग मिलेगा ”
‘Abu Umama narrated: “The Messenger of God said, ‘Everyone that God admits into paradise will be married to 72 wives, All of them will have libidinous sex organs and he will have an ever-erect penis.’
https://sunnah.com/ibnmajah:4337
Reference : Sunan Ibn Majah 4337
In-book reference : Book 37, Hadith 238
English translation : Vol. 5, Book 37, Hadith 4337
99-निन्यानवे प्रतिशत औरतें जहन्नम जायेगीं
रसूल ने कहा कि 99 में से सिर्फ एक औरत जन्नत जायेगी ,बाकी सभी औरतें जहन्नम जायेंगीं
“Out of 99 women, one is in paradise and the rest are in hell” –
Kanz al-`ummal, 22:10.
100-सौ लोगों के बराबर सम्भोग शक्ति
“लोगों ने रसूल से पूछ कि जन्नत वालों को कितनी सम्भोग शक्ति मिलेगी ? रसूल बोले अल्लाह जन्नत के लोगों सामान्य मनुष्य से सौगुनी सम्भोग शक्ति प्रदान करेगा ”
” He said: “He will be given the strength of one hundred persons.”
https://sunnah.com/tirmidhi:2536
Referenc : Jami` at-Tirmidhi 2536
In-book reference : Book 38, Hadith
English translation: Vol. 4, Book 12, Hadith 2536
हमें पूरा भरोसा है कि इन संख्याओं को स्मरण करते ही प्रबुद्ध पाठक इस्लाम की ऐसी जानकारियां प्राप्त कर लेंगे जो इस्लाम के प्रचारकों का मुंह बंद करने में सहायक होंगी , क्योंकि इन ग्यारह नंबरों से ही इस्लाम की असलियत बेनकाब हो जायेगी ,
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बृजनंदन शर्मा