गुंडावादी विचारधारा पर योगी का कुठाराघात

आंखों देखी/कानों सुनी

✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री

आजकल हम लखनऊ में हैं, यहां अभी दो दिन पहले काफ़ी तेज वर्षा हुई जिसका अनुचित लाभ उठाते हुए, गुंडावादी विचारधारा के कुछ शोहदों ने एक शरीफ़ और इज्ज़तदार युवती के साथ अभद्रता की थी।

दरअसल, अभी हाल ही में लोकसभा चुनाव हुए हैं, जिसमें गुंडावादी विचारधारा ने “स्वघोषित विकास पुरुष” का चोला पहन लिया, और भोलीभाली जनता उनके बहकावे में आ गई। जिसके चलते कुछ अतिरिक्त राजनीतिक लाभ “गुंडावादी” विचारधारा से ग्रसित मानसिकता के लोगों को मिल गया।

इसे यूं समझो कि बंदर के हाथ में उस्तरा आ गया। अब उसी के चलते देश की राजधानी में गुंडावादियों की “गुंडागर्दी” का शुभारंभ हो गया।जिसका ट्रेलर शहर की पॉश कालोनी गोमतीनगर में देखने को मिला।

वैसे यह तो केवल एक ट्रेलर था, पूरी पिक्चर तो आपको तब देखने को मिलेगी जिस दिन “विनाशपुरुष” को सत्ता मिल जाएगी।

लेकिन फिलहाल सत्ता का अंकुश योगी महाराज के पास है, और उसका उचित इस्तेमाल करना, माननीय योगी महाराज को भलीभांति आता है।

वैसे इस घटना से उन तमाम लोगों को सबक़ लेना चाहिए जो अक्सर यह कहते हुए सुने जाते हैं कि “किसी की भी सरकार आ जाये, हमें क्या मिलने वाला है”.

उनको समझ लेना चाहिए कि सरकार बदलने पर भले ही कुछ मिले न मिले, लेकिन बहन-बेटियों की इज़्ज़त-आबरू खुलेआम सड़कों पर दांव पर जरूर लगा दी जायेगी।

आगे जैसी आपकी ईच्छा।।

✍️समाचार सम्पादक, हिंदी समाचार-पत्र,
उगता भारत
9058118317

👉यह लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं, इनसे आपका सहमत होना, न होना आवश्यक नहीं है।

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