गाजियाबाद । ( एलएस तिवारी ) जब से किसी गहरी साजिश को समय से पहले ही मसलने के लिए भारतीय सैन्य बल कश्मीर में पहुंचे हैं , तब से ही पाकिस्तान और उसके समर्थक भारतीय तत्व बौखलाए हुए हैं । अभी तक जो कुछ हो रहा है उससे यह तो स्पष्ट है कि वहां पर सब कुछ सामान्य नहीं है ।
ऐसी परिस्थितियों के चलते पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सेना पर जिस क्लस्टर बम के इस्तेमाल का झूठा आरोप मढ़ा है, वो बेहद खतरनाक किस्म का होता है. क्लस्टर बम एक तरह से छोटे-छोटे बमों का गुच्छा होता है. जब क्लस्टर बम फटता है, तो उसके अंदर मौजूद छोटे-छोटे बम गिरने लगते हैं और बहुत बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लेते हैं ।
भारतीय सेना के मुंहतोड़ जवाब से पाकिस्तानी सेना बौखलाई हुई है । अब पाकिस्तानी सेना ने नई चाल चली है और भारतीय सेना पर क्लस्टर बम दागने का आरोप लगाया है ।हालांकि भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के झूठ को फिर से बेनकाब कर दिया है. भारतीय सेना ने साफ कहा कि क्लस्टर बम दागने का आरोप पाकिस्तान का एक और सफेद झूठ है ।
पाकिस्तान के आरोप के बाद से सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्लस्टर बम क्या होता है और कितना घातक होता है, जिसको लेकर पाकिस्तान इतनी दहशत में है. दरअसल, क्लस्टर बम अपने आप में कई बमों का एक गुच्छा होता है. इसको लड़ाकू विमान, जमीन और पोत से दागा जा सकता है. क्लस्टर बम को बेहद खतरनाक माना जाता है. यह बम जिस इलाके में गिरता है, वहां जबरदस्त तबाही मचाता है.
इस बम की चपेट में आने वाले इलाके में मौजूद लोगों की मौत हो जाती है या फिर वो गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. जब क्लस्टर बम को दागा जाता है और वह जमीन से 1000 मीटर से लेकर 100 मीटर की ऊंचाई पर होता है, तो बहुत बड़े इलाके को अपने दायरे में लेता है.
जैसे ही क्लस्टर बम फटता है, तो उसके अंदर मौजूद बम एक बड़े इलाके में गिरने शुरू हो जाते हैं. क्लस्टर बम से निकलने वाले छोटे बम टारगेट के आसपास के इलाके को काफी नुकसान पहुंचाते हैं. इस बम से संघर्ष वाले इलाके के आसपास के आम नागरिकों की जान माल को भी काफी नुकसान होता है. इतना ही नहीं, क्लस्टर बम के अंदर से निकलने वाले छोटे-छोटे बम काफी लंबे समय तक जमीन में पड़े रहते हैं और कभी भी फट सकते हैं. दुनिया में सबसे पहले क्लस्टर बम का इस्तेमाल रूस और जर्मनी की सेना ने किया था. अब तक 200 प्रकार के क्लस्टर बम बनाए जा चुके हैं.
मुख्य संपादक, उगता भारत