नई दिल्ली । ( श्रीनिवास आर्य ) कांग्रेस के युवा नेता राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के बाद अब लोकसभा में भी पहली पंक्ति की बजाय दूसरी लाइन में बैठे दिख सकते हैं। नई लोकसभा के पहले सत्र से राहुल गांधी विपक्ष के बेंच पर सोनिया गांधी के बगल में पहली लाइन में बैठ रहे हैं। हालांकि, स्पीकर के कार्यालय से इंडिविजुअल सीट के औपचारिक बंटवारे के हिसाब से वह दूसरी लाइन में जा सकते हैं, जिस पर पिछली लोकसभा में बैठे थे। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस को अपोजिशन बेंच की पहली लाइन में दो सीटें मिली हैं। वहीं, इसकी सहयोगी और दूसरी बड़ी विपक्षी पार्टी डीएमके को कांग्रेसी नेताओं के बगल में एक सीट मिली है।
इसका मतलब यह होगा कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, सदन में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी और डीएमके नेता टी आर बालू विपक्षी बेंच की पहली पंक्ति की तीन सीटों पर बैठेंगे। इस बीच कांग्रेस संसदीय दल ने संसद की पब्लिक अकाउंट्स कमिटी के अध्यक्ष पद के लिए लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम केंद्र सरकार और स्पीकर के पास भेजा है।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इंटरनल डिस्कशन में अधीर का नाम फाइनल किया था, जिसके बाद यह फैसला किया गया। परंपरागत तौर पर पीएसी चेयरमैन का पद प्रमुख विपक्षी दल को मिलता रहा है। पिछली लोकसभा में के वी थॉमस का कार्यकाल खत्म होने के बाद यह पद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को मिला था। स्पीकर सरकार और विपक्षी नेताओं से मिलकर पीएसी चेयरमैन के नाम की आधिकारिक घोषणा करते हैं।
कांग्रेस को 16वीं लोकसभा में संसद से जुड़ी तीन कमेटियों का अध्यक्ष पद मिला था। इस बार भी पार्टी ने वित्त और विदेश मामलों की स्थायी समितियों की अध्यक्षता के लिए दावा किया है। उसने अपने सांसद शशि थरूर को फिर से विदेश मामलों की समिति का अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, इन दोनों कमेटियों के अध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस को कोई आश्वासन नहीं मिला है। सरकार और स्पीकर सत्ताधारी पार्टी के सहयोगियों और विपक्षी दलों की मांग के आधार पर आखिरी फैसला लेंगे।