तेलंगाना हैदराबाद लोकसभा सीट भारत की महत्वपूर्ण सीटों में से एक
दिव्य अग्रवाल (लेखक व विचारक)
तेलांगना हैदराबाद लोकसभा सीट भारत की महत्वपूर्ण सीटों में से एक है इसका कारण है की धार्मिक तुष्टिकरण की राजनीति कर ओवैसी ब्रदर्स का इस सीट पर कईं वर्षो से दबदबा रहा है । परन्तु इस बार यह सीट सबसे ज्यादा सुर्ख़ियों में है उसका कारण भाजपा प्रत्याशी कोम्पेला माधवी लता हैं। माधवी लता पिछले कईं वर्षो से लोपामुद्रा एवं लथामा नाम से दो चैरिटेबल ट्रस्ट चलाती हैं जिसके माध्यम से क्षेत्र की सभी जरूरतमंद महिला , मुस्लिम हो या हिन्दू सबकी सहायता कर उन्हें जीवन की मुख्यधारा में लाने का प्रयास करती हैं । तीन तलाक के विरुद्ध मुस्लिम महिलाओं में जागरूकता और मजहब के नाम पर होने वाले उनके शोषण के विरुद्ध माधवी लता काफी संघर्ष भी करती हैं । माधवी लता एक अस्पताल का भी संचालन करती हैं जहाँ किसी का धर्म या जाति देखकर इलाज नहीं किया जाता ,यदि यह कहा जाए की माधवी लता अपने सामाजिक अनुभव और शैक्षणिक योग्यता के आधार पर , मजहबी कट्टरपंथियों द्वारा शोषित समाज का उत्थान करने हेतु पिछले २५ वर्षो से निरंतर संघर्षपूर्वक कार्य कर रही हैं तो यह सम्पूर्ण सत्य होगा । इसके विपरीत ओवैसी ब्रदर्स जो मजहब के नाम पर लोगों के प्रति सदैव आक्रामक बयानबाजी करते हैं । कभी बाबरी के नाम पर लोगो को उकसाते हैं कभी अन्य समाज को धमकाते हैं की योगी , मोदी कब तक रहेंगे उनके जाने के बाद देख लेंगे , कभी व्यंगात्मक रूप से हिन्दू समाज का मजाक उड़ाते हुए कहते हैं की क्या हिन्दू पुरुषो में दम नहीं है जो उनकी महिलाओं का मंगलसूत्र कोई भी छीन लेगा और हिन्दू समाज चुप रहेगा । आज स्थिति यह है की माधवी लता के संघर्ष और सरल स्वभाव की लोकप्रियता के कारण ओवैसी ब्रदर्स , जो मंदिर व्यवस्था के धुर विरोधी हैं वो भी हिन्दुओ को लुभाने के लिए स्वयं मंदिर मंदिर जा रहे हैं । इस्लामिक समाज को समझना चाहिए की जो लोग मूर्ति पूजा / बुत परस्ती को अल्लाह की नाफरमानी मानते हुए इस्लामिक समाज के मन में विष घोल देते हैं वो अपने निजी लालच में मंदिर जाकर हिन्दुओ को लुभाने का प्रयास क्यों कर रहे हैं । वास्तविकता तो यही है की जब तक माधवी लता जैसे सेवक को जनप्रतिनिधि बनने का अवसर नहीं दिया जाएगा तब तक हैदराबाद की जनता का सम्पूर्ण विकास कैसे होगा ।