-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून।
वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून आर्यजगत् की एक धर्म प्रचार करने सहित ध्यान व साधना का प्रशिक्षण देने वाली प्रमुख संस्था है जहां प्रत्येक वर्ष शरदुत्सव एवं ग्रीष्मोत्सव के रूप में दो समारोह आयोजित किए जाते हैं। इस वर्ष का ग्रीष्मोत्सव आगामी मई महीने की 15 मई से 19 मई, 2024 तक आयोजित किया जा रहा है। आश्रम की स्थापना को 74 वर्ष पूर्व हो चुके हैं। यह आश्रम की स्थापना का 75हवां वर्ष है। इस विशेष महत्व के कारण आश्रम इस समारोह को अमृतसर निवासी आश्रम के संस्थापक बावा गुरमुख सिंह जी के स्मृति दिवस समारोह के रूप में आयोजित कर रहा है। इस अवसर पर बावा गुरमुखसिंह जी के परिवार सहित आश्रम के सभी पूर्व अधिकारियों व सदस्यों के परिवारों को भी आमंत्रित कर उनका सम्मान किये जाने की योजना है। समारोह में बावा गुरमुखसिंह जी की स्मृति में एक स्मारिका का प्रकाशन भी किया जा रहा है।
विशेष समारोह समापन दिवस रविवार 19 मई, 2024 को होगा जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिक्ष्द्वार के कुलपति माननीय प्रो. डा. सोमदेव शतांशु जी को आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम का संचालन केन्द्रीय आर्य युवक परिषद, दिल्ली के अध्यक्ष यशस्वी श्री अनिल आर्य जी करेंगे। इस आयोजन में आश्रम के प्रधान ऋषिभक्त श्री विजय आर्य, कीरतपुर-बिजनौर कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। पांच दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में राष्ट्र रक्षा सम्मेलन, वैदिक शिक्षा सम्मेलन, नारी शक्ति सम्मेलन, योग एवं उपासना सम्मेलन आदि सम्मेलनों सहित भजन एवं व्याख्यान आदि भी होंगे। श्री शैलेशमुनि सत्यार्थी जी, हरिद्वार, श्री उमेशचन्द्र कुलश्रेष्ठ, आगरा सहित स्वामी चित्तेश्वरानन्द सरस्वती जी, आचार्य आशीष दर्शनाचार्य जी, पं. सूरतराम शर्मा, डा. धनन्जय आर्य, डा. अन्नपूर्णा जी, प्रो. नवदीप कुमार, पं. वेदवसु शास्त्री जी विद्वानों का सान्निध्य एवं मार्गदर्शन आश्रमवासी एवं अतिथि महानुभावों को प्राप्त होगा। आयोजन के पांचों दिवस आश्रम में प्रातः डेढ़ घंटा योगसाधना का प्रशिक्षण दिया जायेगा एवं वृहत बहुकुण्डीय यज्ञ सहित विद्वानों के भजन एवं प्रवचन भी श्रवण करने का सौभाग्य आश्रम में पधारे सभी अतिथियों को प्राप्त होगा।
आश्रम की दो इकाईयां हैं। एक इकाई देहरादून के नालापानी गांव में है। यहां से तीन किलोमीटर पर्वतीय मार्ग से चलकर एक अन्य इकाई है जो योगसाधना एवं ध्यान आदि कार्यों के लिए श्रेष्ठ एवं अति उत्तम हैं। यहां महात्मा आनन्द स्वामी जी, स्वामी योगानन्द सरस्वती जी, महात्मा प्रभुआश्रित जी, स्वामी दिव्यानन्द सरस्वती जी आदि अनेक विभूतियों ने ध्यान साधना की है और साधना के इष्ट लक्ष्य को प्राप्त किया है। यह स्थान पर्वतीय स्थान पर वनों से घिरा हुआ है। यहां गर्मियों में ठण्डक एवं शान्ति रहती है। बस्तियां इस स्थान से कुछ दूरी पर हैं। यातायात भी न के बराबर है। अतः ध्यान साधना के इच्छुक व्यक्तियों को इस स्थान को देखना चाहिये। समारोह के एक दिवस शनिवार 18 मई, 2024 का प्रातः कालीन यज्ञ एवं सत्संग इसी स्थान पर आयोजित किया जायेगा। आश्रम एक गोशाला एवं माध्यमिक स्कूल का संचालन भी करता है। समारोह में एक दिन स्कूल के बच्चे भी अपनी भिन्न-भिन्न प्रकार की आश्चर्यान्वित करने वाली प्रस्तुतियां उत्सव में पधारे अतिथियों के सम्मुख प्रस्तुत करेंगे।
आश्रम के अधिकारियों ने सभी ऋषिभक्तों एवं आर्यसमाज के प्रेमियों सहित धर्म एवं संस्कृति में रुचि रखने वाले बन्धुओं को परिवार सहित समारोह में आने का निमन्त्रण दिया है। सभी के निवास एवं भोजन की व्यवस्था आश्रम की ओर से की जायेगी। जो बन्धु पहले यहां आ चुके हैं वह भी इस विशेष समारोह में पधारें एवं जो नहीं आये हैं वह भी आने का प्रयास करें। किसी भी जानकारी के लिए आश्रम के लैण्डलाइन फोन न. 0135-2787001, मोबाईल न. 8439605977 अथवा मंत्री जी के मोबाइल नम्बर 9412051586 पर सम्पर्क कर सकते हैं। हम आश्रम के उत्सव की सफलता की कामना करते हैं। ओ३म् शम्।
-मनमोहन कुमार आर्य
पताः 196 चुक्खूवाला