रसूल के देश वाले कलमा को जूतों से ठुकराते हैं
(लेख का उद्देश्य किसी की आस्था को ठेस पहुँचाना नहीं बल्कि सच्चाई बताना है)
सभी जानते हैं कि सऊदी अरब मुहम्मद की जन्मभूमि और कर्मभूमि है , और वही ऐसा मुस्लिम देश हैं जहाँ शरीयत का पूरी तरह से पालन किया जाता है , यहाँ के मुस्लिम उसे अपना आदर्श मानते है और उसे असली दारुल इस्लाम कहते हैं
सभी पाठकों से अनुरोध है की इस लेख को ध्यान से पूरा पढ़ें , और अपने सभी मित्रों से शेयर करें ,क्योंकि इस लेख में हम इस्लाम का दोहरा चरित्र और ओवैसी हिन्दू विरोधी मुल्ले के झूठ और दोगले पन का सप्रमाण भंड़ा फोड़ रहे हैं
पाठकों को याद होगा कि जब एकबार जी टी वी डिबेट के दौरान संबित पात्रा ने कहा था कि भारत के सभी मुसलमानों के पूर्वज हिन्दू ही थे , अरब से नहीं आये थे ,और हिन्दू धर्म सबसे प्राचीन है , जबकि इस्लाम भारत में सिर्फ डेढ़ हजार साल ही आया था .
तब ओवैसी ने कुतर्क दिया कि सबसे प्राचीन धर्म तो इस्लाम ही है , क्योकि विश्व का सबसे पहला मानव आदम था जो मुसलमान था जो इस्लाम का पहला रसूल था , मुहम्मद तो अंतिम नबी थे ,
इसी लिए हम सभी को यह जानना जरुरी है कि इस्लाम का मुख्य आधार क्या है ?
1-इस्लाम का मुख्य आधार कलमा है
अरबी शब्द कलमा का अर्थ वाक्य होता है इसे इस्लाम का मूलमन्त्र भी मान सकते हैं , यह अल्लाह के साथ मुहम्मद को भी मानने पर जोर देता , क्यों जब तक कोई अल्लाह साथ मुहम्मद पर ईमान नहीं लाता उसे मुसलमान नहीं माना जाता इसी लिए जब किसी को मुस्लमान बनाना होता है उसके लिए कलमा पढ़ना अनिवार्य होता है , यहीं नहीं जैसे ही किसी मुस्लिम के घर बच्चा होता है उसके कानों में कलमा सुनाया दिया जाता है
2-पूरा कलमा कुरान में नहीं है
आप सभी ने देखा होगा की ISIS जैसे जितने आतंकी संगठन है उनके झंडों पर कलमा लिखा होता है , इसका उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि लोगो अगर तुम्हें अपनी जान प्यारी है तो कलमा पढ़ कर मुस्लमान बन जाओ , नहीं तो हमारे हाथों मारे जाओगे , जिहादियों के झंडे पर लिखे कलमा को कलमए तय्यबा कहा जाता है इसका अर्थ पवित्र करने वाला है क्योंकि इस्लाम की नजर में कलमा नहीं पढ़ने वाले सभी नापाक और अपवित्र होते है
लेकिन अधिकांश लोग नहीं जानते कि इस्लाम की बुनियाद होने के बावजूद पूरा कलमा कुरान में कहीं नहीं है .वास्तव में कलमा दो वाक्यों से मिल कर बनाया गया है जो कुरान की अलग अलग सूरा की आयतों में ली गयी है इस्लाम की मान्यता है पूरी कुरान 23 सालों में थोड़ी थोड़ी उतरी है , कुरान के उतरने के क्रम को अवतरण क्रम revelation Order( ترتيب نزول )कहते है जो एक बैठक में जीतनी कुरान नाजिल हुई थे उसे सूरा कहते हैं , इस से पता होता है कि कुरान का कौन सा हिस्सा किस नंबर पर उतरा था , कलमा को कलमए तय्यबा कहते हैं इसका अर्थ है पवित्र करने वाला वाक्य (Word of Purity ) इसके दो भाग हैं
لَا إِلٰهَ إِلَّا الله مُحَمَّدٌ رَسُولُ الله
(ला इलाह इल्लल्लाह :मुहम्मदुर रसूलल्लाह )
There is no god but Allah :Muhammad is the messenger of Allah
धयान करनेकी बात यह है की कलमा का पहला भाग कुरान में दो बार आया है सूरा साफ़्फ़ात 37:35 और अवतरण के अनुसार इसका क्रम 56 वां है और यही भाग कुरान की सूरा मुहम्मद 47:19 में भी है अवतरण के अनुसार इसका क्रम 95 वां है ,लेकिन कलमा का दूसरा भाग कुरान में सिर्फ एकबार सूरा फतह 48:29 में आया है और अवतरण के अनुसार 111 वां है ,इसका यही मतलब है कि जब कुरान पूरी होने लगी तो उसमे कलमा का दूसरा भाग शामिल कर दिया गया , ताकि मुहम्मद को अल्लाह के समकक्ष बना दिया जाए, चूँकि सऊदी अरब के लोग खुद को रसूल के कबीले वाले और वंशज मानते हैं ,इसलिए सऊदी बादशाह ने सऊदी अरब के हरे ध्वज पर कलमा लिखवा दिया जिसके नीचे रसूल के प्रतिक स्वरूप तलवार भी बना दी है , कलमा कुरान का हिस्सा होने के वावजूद अरब के लोग कलमा को जिस तरह अपमानित करते हैं , वैसा अगर कोई गैर अरब करता तो वहां की सरकार उसकी गर्दन कटवा देती ,प्रमाण के लिए कुछ नमूने दिए जा रहे हैं
1- सऊदी अरब का झंडा
इसका रंग हरा है जिस पर कलमा लिखा है
Saudi Flag
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इस झंडे का सऊदी अरब में कैसा निरादर किया गया इसके उदहारण देखिये
2-झंडे का गाउन बना लिया
सऊदी अरब की औरतें एक लम्बे गाउन जैसा वस्त्र पहिनती हैं , जिसे अरबी में “अबाया – عباية ʿ” कहते हैं ,दिनांक सात जुलाई 2012 को अरब की राजकुमारी (princes )साराह बिन्त तलाल बिन अब्दुल अजीज ने एक फैशन शो में सऊदी झंडे का बना हुआ अबाया पहिंन कर भाग लिया था ,जिसमे कलमा साफ दिख रहा था
(Saudi princess wearing the Saudi flag)
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3-बियर की बोतल के ढक्कन पर कलमा
लोग समझते हैं की इस्लाम में शराब हराम है लेकिन जब फुटबॉल वर्ल्ड कप मैच हुआ तो अरब सर्कार ने अपने खिलाडियों को बियर पीने के लिए ब्रुअरी ( ) कंपनी को ठेका दिया उसने जो बियर की बोतल भेजी उस बोतल के ढक्कन पर कलमा लिखा हुआ था .
Saudi Arabia OUTRAGED over World Cup beer bottle with Arabic writing on
A BREWERY has sparked outrage ahead of the World Cup after printing the national flag of Saudi Arabia on a beer bottles.
Picture
https://cdn.images.dailystar.co.uk/dynamic/204/photos/949000/620x/Saudi-Arabia-World-Cup-beer-flag-Islam-702283.jpg
4-जूतों पर कलमा
इसी तरह सऊदी खिलाडियों को खेलने के लिए जो जूते बनवाये गए थे उन पर भी कलमा लिखा हुआ था
https://delhi4cats.files.wordpress.com/2010/04/saudi-shoes-1.jpg
5-फुटबॉल पर कलमा
( Football World Cup 2018 In Russia)
इसी साल रूस में फुटबॉल जो वर्ल्ड कप मैच हुआ उसमे सऊदी खिलाडी जिस बोल से खेले उसमे भी कलमा लिखा हुआ था , यानी जब भी खिलाडी बॉल पर जूतों से ठोकर मारता था , वह एकतरह से अल्लाह ,रसूल ,कुरान और कलमा पर ठोकर मारता था
PictureSaudi flag image on football
https://ak3.picdn.net/shutterstock/videos/15156973/thumb/1.jpg
अब हम उन सभी इस्लाम के ठेकेदार मुल्लों से कहते है जो जरा जरा सी बात पर कह देते हैं , इस्लाम खतरे में है , और फतवा जारी कर देते हैं , अगर इनमे हिम्मत हो तो सऊदी सरकार के खिलाफ फ़तवा जारी करके दिखाएँ ? वहां के लोग इस्लाम के कलमा को जूतों की ठोकर मार रहे है , हमें मालूम है की यह जानने के बाद भी यह मुल्ले कुछ नहीं कर सकेंगे ,क्योकि इनको सऊदी अरब से धन मिलता है
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बृजनंदन शर्मा
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