सनातनी समाज डा साक्षी महाराज के वक्तव्य का पुनः मंथन करे

  • दिव्य अग्रवाल ( लेखक व विचारक)

उन्नाव सांसद महामंडलेश्वर डॉ साक्षी महाराज का एक वक्तव्य दिल्ली दंगो के पश्चात आया था जिसको कुछ लोगों ने सराहा एवं कुछ ने विवादित बयान कहा परन्तु सनातनी समाज को उस वक्तव्य के मर्म को समझने की पुनः आवश्यकता है । जब दिल्ली दंगो में निरपराध सनातनी सम्माज को उपद्रवी तत्वों ने निशाना बनाया उस समय साक्षी महाराज ने कहा था की जब उपद्रवियों की भीड़ आकर घरो पर हमला करती है तो सभ्य समाज के पास आत्मरक्षा और परिवार की सुरक्षा हेतु समुचित संसाधन अवश्य होने चाहिए क्योंकि सुरक्षा बल जब तक घटना स्थल पर पहुंचेंगे तब तक मानवता का बहुत अधिक नुकसान हो चूका होगा। सभ्य समाज ने इस व्यक्तव्य को गंभीरता से समझा नहीं अपितु इस व्यक्तव्य को राजनितिक और साम्प्रदायिक बयान घोषित कर दिया तत्पश्चात हरियाणा , राजस्थान , हल्द्वानी , पश्चिम बंगाल अनेको जगह ऐसे घटनाक्रम देखने को मिले जहाँ कटटरपंथियों ने पूरी रणनीति के साथ सनातनी समाज पर हमला किया और सनातनी समाज मूकदर्शक बनकर अपना विनाश होता देखता रहा  । वास्तव में कुछ बातें ऐसी होती हैं जिन पर गंभीर मंथन आवश्यक है यदि आपके पास अपनी रक्षा हेतु न्यूनतम संसाधन भी हैं तो कम से कम सुरक्षा बालों के आने तक तो मोर्चा संभाला ही जा सकता है । साक्षी महाराज जैसे लोग उन लोगों में से एक हैं जिन्होंने अयोध्या आंदोलन से लेकर अभी तक बहुत कुछ अनुभव अर्जित किया है यदि ऐसे लोग कुछ सन्देश समाज को देते हैं तो उन संदेशो को समझना एवं अवलोकन करना नितांत आवश्यक है । एक तरफ कट्टरपंथी गजवा ए हिन्द की घोषणा कर हिंदुस्तान को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का आव्हान कर रहे है और दूसरी तरफ सनातनी समाज आँखे खुली होते हुए भी निंद्रा में है ।

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