ग्रेटर नोएडा। गुर्जर राजा जैत सिंह की जयंती के अवसर पर ग्राम बंबावड़ से आरंभ होकर चला विशाल जुलूस का समापन ग्राम सादुल्लापुर स्थित मुखिया मार्केट पर हुआ। विदित हो कि यह कार्यक्रम गुर्जर राजा जैतसिंह की जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कार्यक्रम के संयोजक जगत सिंह नागर एडवोकेट ने हमें बताया कि राजा जैत सिंह के लिए समर्पित इस विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री लखीराम नागर ने कहा कि भारत के क्रांतिकारी इतिहास में गुर्जर समाज का विशेष योगदान रहा है, इसके इतिहास को देखकर हमें इस समाज की ऐतिहासिक विरासत पर गर्व होता है। जबकि पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता और कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे श्री नवाब सिंह नागर ने अपने संबोधन में कहा कि राजा जैत सिंह हम सबके लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। जिन्होंने अपने जीवन काल में देश, धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए तत्कालीन ब्रिटिश सत्ता से लोहा लिया और एक विशाल साम्राज्य खड़ा कर अपने पराक्रम का परिचय दिया।
इस अवसर पर इतिहासकार और लेखक राजपाल कसाना ने मंच का संचालन किया और अपने वक्तव्य में कहा कि गुर्जर राजा जैत सिंह और उन जैसे अनेक क्रांतिकारियों का इतिहास छुपा दिया गया है, पर आज की युवा पीढ़ी अपने लेखन के माध्यम से इन पर शोध कार्य कर तथ्यों के साथ सच्चाई को सामने लाने का सराहनीय कार्य कर रही है। इसी को लेकर राजा जैत सिंह पर लिखी गई एक पुस्तक का भी विमोचन इस अवसर पर किया गया। सामाजिक संगठन गजय के अध्यक्ष श्री रूपचंद नागर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमें गुर्जर, जाट और यादव समाज के साथ मिलकर देश की राजनीति को सही दिशा देने की आवश्यकता है।
सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता डॉ राकेश कुमार आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि गुर्जर समाज के लोगों ने प्रत्येक विदेशी आक्रमणकारी के विरुद्ध मोर्चा खोला और जमकर टक्कर ली। उन्होंने कहा कि योगराज सिंह गुर्जर, रामप्यारी गूजरी, राजा जैत सिंह, राजा नैनसिंह, राव कदम सिंह, धन सिंह कोतवाल आदि अनेक ऐसे वीर वीरांगनाएं रहीं जिन्होंने इस समाज का नाम रोशन किया। उन्होंने इस बात पर अफसोस व्यक्त किया कि कलम के सौदागर इतिहासकारों ने इन सब क्रांतिकारियों के साथ न्याय नहीं किया।
सभा में बबली कसाना ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें अपने इतिहास से प्रेरणा लेनी चाहिए और उसी के आधार पर भविष्य का निर्माण करना चाहिए। जबकि वरिष्ठ अधिवक्ता रामशरण नागर एडवोकेट ने कहा कि गुर्जर समाज के शानदार इतिहास की विरासत को आज के बच्चों के मन मस्तिष्क में उकेरना हमारी सब की नैतिक जिम्मेदारी है। इस अवसर पर श्री फकीरचंद नागर, श्री राजे कसाना, मुकेश नागर एडवोकेट, श्री विजेंद्र नागर, भाजपा के प्रमुख नेता मुकेश नागर एडवोकेट, सुनील भाटी , मनोज नागर, डॉ0 राजेंद्र विकल आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री सतीश नंबरदार ने कहा कि इस समय युवा पीढ़ी का निर्माण करने के लिए बुजुर्गों की संजोई गई विरासत को सहेज कर रखना समय की आवश्यकता है।
कार्यक्रम की संयोजक समिति के वरिष्ठ सदस्य श्री देवेंद्र सिंह आर्य एडवोकेट ने हमें बताया कि कार्यक्रम के संयोजक रहे श्री जगत सिंह नागर अपने जीवन में अनेक बार ऐसे सामाजिक कार्यक्रम कर चुके हैं जिनके आधार पर समाज में विशेष जागृति पैदा हुई है। श्री आर्य ने कहा कि अब समिति इस प्रकार के कार्यक्रम प्रतिवर्ष करेगी । जिससे कि गुर्जर समाज के वास्तविक इतिहास को युवा पीढ़ी के सामने लाया जा सके और उसे देश के राष्ट्रीय इतिहास में स्थान दिलाया जा सके। कार्यक्रम में आर्य समाज गाजियाबाद के मंत्री श्री तेजपाल सिंह आर्य, श्री जयकरण सिंह, चौधरी चरण सिंह आर्य, विजेंद्र सिंह आर्य, लीलू सिंह आर्य, चौधरी रामधन विकल, सतबीर सिंह आर्य, सूबेदार जतन सिंह, राव संजय भाटी , वरिष्ठ समाज सेवी और जागरूक ढंग से समाज की सेवा करने वाले मास्टर मौजीराम सहित बड़ी संख्या में लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर पुस्तक विमोचन के साथ-साथ श्री वेदपाल मुखिया के नवनिर्मित ब्रह्म सिंह मुखिया पब्लिक स्कूल भवन का उद्घाटन भी किया गया। उन्होंने कहा कि वह कमजोर तबके के लोगों के बच्चों को विशेष रूप से शिक्षित करने पर जोर देंगे, जिससे उन्हें आज के प्रगतिशील समाज का सदस्य बनाया जा सके।
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