अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति के वैदिक विद्वान एवं मासिक ‘अध्यात्म-पथ पत्रिका’ के प्रधान संपादक आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री जी के दिनांक 1 जनवरी, 2024 को जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में पद्मश्री डॉ. सुकामा आचार्या जी के ब्रह्मत्व एवं पावन सान्निध्य में आयुष्काम महायज्ञ एवं भक्ति सत्संग का भव्य आयोजन आर्यसमाज, बाहरी रिंगरोड, विकासपुरी, नई दिल्ली में अत्यन्त भव्यता एवं दिव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। विश्ववारा कन्या गुरुकुल, रुड़की-रोहतक की कन्याओं द्वारा आयुष्काम मंत्रों का बहुत सुन्दर पाठ किया गया। डॉ. सुकामा जी के सारगर्भित वक्तव्य एवं कन्याओं के सस्वर वेदमंत्रों को सुनकर श्रद्धालु जनता भावविभोर हो गई।
समारोह की मुख्य वक्ता पद्मश्री डॉ. सुकामा आचार्या जी ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री जी ने लेखन, सम्पादन, व्याख्यान आदि के माध्यम से देश-देशान्तर में वैदिक धर्म, आर्य संस्कृति एवं भारतीय सभ्यता के प्रचार-प्रसार द्वारा जो अप्रतिम सेवा की है, वह समादरणीय एवं अनुकरणीय है। श्री शास्त्री जी का जीवन पावन परम्पराओं के प्रति समर्पित जीवन रहा है। ‘‘परोपकाराय सतां विभूतयरू” को साकार करते हुए आपने तन-मन-धन से समाज-सेवा के क्षेत्र में आदर्श स्थापित किए है। इसी के परिणाम स्वरुप आपको अनेक संस्थाओं ने सम्मानित व पुरस्कृत किया है।
खचाखच भरे हाल में विख्यात कवि श्री विनय शुक्ल विनम्र ने काव्यपाठ किया और देशभक्ति के गीतों से सबको मन्त्र मुग्ध कर दिया। इस भव्य समारोह में पद्म श्री डॉ. सुकामा आचार्या जी को शाल, प्रशस्ति पत्र प्रदान कर ‘‘अध्यात्म-मार्तण्ड सम्मान” से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर साध्वी उत्तमा यति, प्रिं. अरुण आर्य, श्री ओम सपरा (मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट), श्री यशपाल आर्य (पूर्व पार्षद), डॉ. पुष्पलता वर्मा (समाज संरक्षक), श्री ओ पी अरोरा (समाज प्रधान), श्री डालेश त्यागी (समाज मंत्री), श्री सुनील जिन्दल (युवा नेता भाजपा), श्रीमती सरिता जिन्दल (पूर्व निगम पार्षद), श्री वरुणेंद्र कथूरिया (पत्रकार) आदि महानुभावों ने आचार्य श्री को अपनी ओर से शुभकामनाएं प्रदान की। अत्यन्त सुन्दर वैदिक वातावरण में आयोजित इस समारोह में अनेक साहित्यकार, पत्रकार, वैदिक विद्वान, आर्य नेता, राज नेता, समाजसेवी व्यक्ति बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस अवसर पर अनेक संस्थाओं के गणमान्य लोगों ने समारोह में आचार्य चन्द्रशेखर शास्त्री जी को शाल एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया।
समारोह में उपस्थित अपार जन समूह ने पुष्पवर्षा से अपना-अपना आशीर्वाद दिया। सर्दी के मौसम में गरमागरम पकोड़े की खुशबू, गुलाब जामुन की मिठास, छोले भटूरे के करारे स्वाद ने अतिथियों का दिल प्रसन्नता से भर दिया। श्री चन्द्रशेखर शास्त्री जी ने अपने जन्मदिन पर यजमान बनकर न केवल यजमान की भूमिका निभाई अपितु मंच संचालन, अतिथियों का सम्मान एवं सुंदर जलपान की व्यवस्था को व्यक्तिगत रूप से देखकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
इस समारोह में आर्यसमाज मंदिर, बाहरी रिंग रोड, विकासपुरी के पूर्व पदाधिकारी, वर्तमान पदाधिकारी, महिला आर्य समाज विकासपुरी के पदाधिकारियों सहित दिल्ली के कोने कोने से आर्य समाजों, धार्मिक सामाजिक संस्थाओं के गणमान्य लोगों ने उपस्थित होकर आचार्य जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई प्रदान की। कार्यक्रम के आयोजक श्रीमती शीला शास्त्री, शाश्वत, प्राची ने सभी श्रद्धालुओं को आचार्य चन्द्रशेखर शास्त्री जी द्वारा लिखित सुखी जीवन के सूत्र सहित वर्ष 2024 का सुंदर कैलेण्डर सभी लोगों को भेंट किया। अन्त में वैदिक विद्वान आचार्य चन्द्रशेखर शास्त्री जी ने सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा-
’न कोई राह आसान चाहिए’
’न ही हमें कोई पहचान चाहिए’
’बस 2024 में प्रभु से एक चीज मांगते है’
’मेरे सभी मित्रों के चेहरे पे मुस्कान चाहिए।’
-मनमोहन कुमार आर्य
पताः 196 चुक्खूवाला