मुग़ल राजा बाबर ,उसके गुप्त पुरुषप्रेमी और बाबरी मस्जिद के पीछे का सच
(The Truts Behind Mughal King Babur,his Secret male lover and Babari Masjid)
जैसे जैसे राममंदिर के उद्घाटन का दिन निकट आ रहा है कट्टर जिहादी भोले भले मुस्लिमों को यह कह कर भड़का रहे हैं कि हिन्दुओं ने षडयत्र करके अल्लाह के घर यानी बाबरी मस्जिद को तोड़ कर मंदिर बना दिया है यह मुल्ले यह भी दावा करते हैं की यदि एक बार किसी स्थान पर मस्जिद बन जाये तो वह क़ियामत तक बानी रहेगी उसे मस्जिद ही माना जायेगा ,अल्लाह का घर बदल नहीं सकता
मुल्ले यह नहीं जानते कि खुद अल्लाह घर यरूशलेम से मक्का कर दिया गया था यहाँ तक की मुस्लिमों ने ही काबा को पेशाबघर बना दिया था और अल्लाह भाग गयी थी
वास्तव ने बाबर ने हिन्दुओं को अपमानित करने के राम मंदिर को ध्वस्त करके अपने पुरषप्रेमी बाबरी के नाम से एक ईमारत बनवा दी थी जिसे मुल्ले मस्जिद बता रहे ,यह ईमारत कहीं से भी मस्जिद नहीं लगाती है ना तो इसमें वुजू के पानी का हौज है और न अजान देने के लिए मीनारें है जैसी सभी मस्जिद में होती है
यद्यपि हमने इसी विषय पर एक लेख (432) पोस्ट किया है फिर भी पाठकों जानकारी देने और सामान्य मुस्लिमों को असलियत बताने के लिए मूल अंगरेजी का हिंदी अनुवाद की लिंक दी जा रही है कृपया लिंक ओपन करके पूरा लेख जरूर पढ़िए क्यों की प्रथम प्रधान मंत्री नेहरू ने अपनी किताब में इस बात की पुष्टि की है
http://tinyurl.com/ymnvw7y9
मेरा निवेदन है की सभी पाठक यह जानकारी अपने मित्रों तक जरूर भेज दें जो नहीं करेगा हम उसको बाबर के पुरुषप्रेमी बाबरी समझेंगे
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बृजनंदन शर्मा