अल्लाह एक स्त्री है !
आजकल देश में ऐसे कई टीवी चैनल ऐसे प्रोग्राम आयोजित करते हैं ,जिनमे इस्लाम सम्बन्धी विषयों पर चर्चा करने के लिए जानकर लोगों को बुला कर बहस की जाती है लेकिन आपने देखा होगा कि घंटों तक बहस करने पर भी कोई ऐसा निर्णय नहीं लिया जाता है जो सर्वमान्य हो इसका कारन मुस्लिम वक्ताओं का अड़ियल स्वभाव होता है लेकिन आप लोग हमारे लेख पढ़ कर जान चुके होंगे कि हम जो भी प्रमाण देते हैं ,उनका कोई भी खंडन नहीं कर पाया है या हम जो प्रश्न करते है उनका कोई मुस्लिम उत्तर नहीं दे सकता है .आप जानते हैं कि मुस्लिम विद्वान् अपने कल्पित अल्लाह को सबसे बड़ा साबित करने को कई कुतर्क देते है को अक्सर कुरान पर आधारित होते है जबकि अरब में इस्लाम से पहले अल्लाह शब्द ही नहीं था यहाँ तक कुरान के अनुसार जब मुहम्मद अल्लाह से मिलने जन्नत गए तो वापिस आकर जन्नत की हूरों का पूरा विवरण तो हदीसों में दे दिया लेकिन अल्लाह कैसा है क्या पहिनता है ,क्या खाता है ? इत्यादि इसके बारे में कुछ नहीं बताया लेकिन यह बात तो सिद्ध है कि अल्लाह साकार है ,तभी तो मुहम्मद अल्लाह से मिलने गए थे ,लेकिन मुहम्मद बड़े चालाक थे उन्होंने इस बात को छुपा दिया कि अल्लाह एक “स्त्री – Female ” है ,बड़ी मेहनत की खोज से हमें अल्लाह की योनि ” Vulva “पूरे प्रमाण मिल गए थे ,और हमने सुदर्शन चैनल पर मदनी के चेले से यही सवाल किया था की बताओ अल्लाह पुरुष है या स्त्री है आज तक कोई उत्तर नहीं से पाया पूरा विवरण देखिये
अल्लाह सबसे बड़ा पार्ट 4
दिनांक 17 फरवरी शुक्रवार 2023 सुदर्शन चैनल रात्रि 8 .00PM
मुख्य पक्षकार
संदीपन रॉय -वैदिक प्रचारक
ब्रज नंदन शर्मा -पूर्व मुस्लिम
हाजी नाजिम -मुस्लिम स्कालर
अल्लाह स्त्री है या पुरुष? जब जबाव नहीं दे पाए मदनी के मौलाना ?
आप कृपया पहले इस विडिओ को पूरा ध्यान से देखिये की हमारे सवाल से मदनी का चेला हाजी नाजिम कैसा पगला गया था
1-लेख का मुख्य विषय
इस लेख का मुख्य विषय अल्लाह की ” फुर्ज – فرج ” हैं , अरबी शब्द फुर्ज का हिंदी में अर्थ “योनि , भग , और स्त्री जननांग है , जिसे अंगरेजी में “PussyVagina है,किसी को भी पता नहीं था कि अल्लाह की योनि भी है , पंडित महेंद्र पाल जैसे विद्वानों को भी इस हदीस पर ध्यान नहीं पड़ा , जब अशोक शर्मा जी ने मुझे प्रेरित किया तो तीन दिन तक खोज कर मुझे तीन प्रामाणिक हदीसें मिल गयी
2-हदीस का परिचय
सुन्नी मुसलिमों की हदीस की किताब का पूरा नाम “रियाजुस्सालि हीन – رياض الصالحين ” है , और इन हदीसों के संकलन कर्ता का नाम “अबू जकारिया बिन शरफ़ अन् ववी – أبو زكريا يحيى بن شرف النووي ” है , इनका जन्म दमिश्क में सन 1233 ईस्वी में हुआ था औरर मृत्यु सन 1277 ईस्वी में हुई थी ,इनको इमाम नबवी भी कहा जाता है , चूँकि अल्लाह की ऐसी विशेषताएं है ,जिनके बारे में कुरान में खुल कर नहीं दिया गया है , लेकिन हदीसों में उन गुप्त बातों का उल्लेख मिलता है . इसलिए इमाम नबवी ने ऐसी सभी हदीसों को एक जगह इकठ्ठा कर दिया ,जो सही बुखारी , और सही मुस्लिम से चुनी हुई हैं .
3-अल्लाह की योनि का सबूत
रियाजुस्सआलिहीन के पहले अध्याय का नाम “किताब अल मुकदमात – كتاب المقدمات ” है ,जिसका मतलब ” The Book of Miscellany ” है , इसकी 233 नंबर हदीस अरबी हिंदी और अंगरेजी में दी जा रही है
https://sunnah.com/riyadussalihin:233
मूल अरबी
وعن ابن عمر رضي الله عنهما أن رسول الله صلى الله عليه وسلم قال: “المسلم أخو المسلم، لا يظلمه، ولايسلمه، من كان في حاجة أخيه كان الله في حاجته، ومن فرج عن مسلم كربة فرج الله عنه بها كربة من كرب يوم القيامة، ومن ستر مسلمًا ستره الله يوم القيامة” ((متفق عليه)) .
अरबी -व अन इब्न उम्र रजी अल्लाहुमा अन रसूलल्लाह अलैहि वसल्लम काल :असलम अखू असलम ,ला यजलमहु व ला यसलमहु ,व् मन कान फी हाजत अखीही ,कान अल्लाह फी हाजीतिहि व् मन फरज अ न मुस्लिम करतब फुर्जललाह अन्हु बिहा करतब मन करब यौमि कियामा ,व् मन सतर मुस्लिमा सत्तर अल्लाह यौमि कियामा ,
अर्थ- इब्न उमर (रजि ० ) कहते हैं कि रसूल ने कहा है ,कि एक मुस्लिम दूसरे मुस्लिम का भाई है ,इसलिए मुस्लिम को चाहिए कि किसी दूसरे मुस्लिम को नहीं सताए ,और न उस पर हाथ उठाये , और जो दूसर मुस्लिम की जरूरतें पूरी करेगा , अल्लाह भी उनकी जरूरतें पूरी करेगा , और जोभी अपने मुस्लिम भाई के गुनाहों को ढाँकेगा अल्लाह भी क़यामत के दिन उनके गुनाहों को अपनी ( योनि – फुर्ज – فرج ” में ढांक लेगा .
Eng-
Ibn ‘Umar (May Allah bepleased with them) reported:
Messenger of Allah (ﷺ) said, “A Muslim is a brother of another Muslim. So he should not oppress him nor should he hand him over to (). Whoever fulfills the needs of his brother, Allah will fulfill his needs; whoever removes the troubles of his brother, Allah will remove one of his troubles on the Day of Resurrection; and whoever covers up the fault of a Muslim, Allah will cover up his fault in vulva on the Day of Resurrection”.
[Al-Bukhari and Muslim]..
Arabic/English book reference : Book 1, Hadith 233
And-Arabic/English book reference : Book 1, Hadith 244
यह दौनों हदीसें लगभग एक जैसी हैं , क्योंकि दौनों में अरबी शब्द ” फुर्ज अल्लाह – فرج الله ” शब्द आया है ,
https://tinyurl.com/3eevxdvp
अब तो अल्लाह योनि का दर्शन करके आपको विश्वास हो गया होगा की अल्लाह स्त्री है अगर पुरुष होता तो ,जिस तरह मुस्लिम कई कई स्त्रिओं से अनेकों बच्चे पैदा कर देते हैं अल्लाह भी जन्नत की हूरों से सहवास करके असंख्य बच्चे पैदा कर चूका होता इस से सिद्ध होता है अल्लाह स्त्री है और इसी लिए हाजी सर मुंडा कर अल्लाह की योनि में घुसने का ढोंग करते है और अल्लाह भी नंगों को ही पसंद करती है
अल्लाह से मिलने की यह मुख्य शर्त है ,
“ إِنَّكُمْ مُلاَقُو اللَّهِ حُفَاةً عُرَاةً مُشَاةً غُرْلاً ”.
इब्न अब्बास ने कहा कि रसूल ने बताया है कि तुम्हें अल्लाह से मिलने के लिए , नंगे पैर पैदल चल कर और नंगा होकर जाना पड़ेगा , और तुम्हारा लिंग बिना खतना वाला होना चाहिए ,
Narrated Ibn Abbas: The Prophet said, “You will meet Allah barefooted, naked, walking on feet, and uncircumcised.”
Reference: Sahih al-Bukhari 6524
In-book reference : Book 81, Hadith 113
USC-MSA web (English) referenceVol. 8, Book 76, Hadith 531
https://sunnah.com/bukhari:6524
इस्लाम से पहले के मक्का के अरब एक देवी की पूजा करते थे जिसका नाम ” अल लात – اللات, ” था , मुहम्मद ने इसे “अल लाह ” कर दिया जो अरबी व्याकरण से पुल्लिंग (Masculine ) बन गया लेकिन शब्द से पुल्लिंग होने पर भी शरीर से अल्लाह Feminine स्त्री ही है
मौलाना जरजिस और उसके बिकाऊ चेलों में हिम्मत हो तो इस हदीस को गलत साबित करें , नहीं तो सब के सब अपने अल्लाह की फुर्ज में छुप जाएँ
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सत्यवादी पर 10:47 am
बृजनंदन शर्मा
( लेख में व्यक्त किए गए विचार लेखन के निजी विचार हैं।)