प्रधानमंत्री श्री मोदी की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को नया आयाम देते हुए हरियाणा की खट्टर सरकार ने विशेष घोषणा की है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा की बेटियों को एक विशेष उपहार दिया है और इसके साथ ही साथ उनके व्यक्तित्व निर्माण के लिए नई संभावनाओं को भी खोल दिया है। उन्होंने राज्य में कम आय वाले परिवारों की लड़कियों की कॉलेज शिक्षा को मुफ्त करने का ऐलान किया है। उन्होंने यह ऐलान पानीपत जिले के समालखा में किया है। वास्तव में शिक्षा और न्याय प्राप्त करना प्रतीक व्यक्ति का मौलिक अधिकार होता है इस दृष्टिकोण से मुख्यमंत्री की गरीब बेटियों के लिए की गई ऐसी घोषणा विशेष महत्व रखती है।
मुख्यमंत्री खट्टर समालखा में आयोजित ‘जन आशीर्वाद रैली‘ को संबोधित करने पहुँचे थे। समालखा में उन्होंने इस योजना का ऐलान किया। हरियाणा सरकार ऐसे परिवार, जिनकी वार्षिक आय 1.8 रूपए लाख से कम है उनकी बेटियों की कॉलेज में पढ़ाई का खर्चा वहन करेगी।
हरियाणा सरकार 1.8 लाख रूपए से लेकर 3 लाख रूपए के बीच है, ऐसी बेटियों की पढ़ाई का 50% खर्च सरकार वहन करेगी। हरियाणा सरकार की यह व्यवस्था सरकारी और निजी, दोनों तरह के कॉलेज पर लागू होगी। इसका अर्थ है कि पूरे प्रदेश में किसी भी तरह के कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियाँ इस योजना का लाभ ले सकेंगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री खट्टर ने प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए मिलने वाली वृद्धावस्था पेंशन को भी बढ़ा कर 3000 रूपए माह कर दिया था। यह व्यवस्था राज्य में 1 जनवरी 2024 से चालू होगी। इसके अलावा राज्य में 80 वर्ष से ऊपर के नागरिकों के लिए ‘वरिष्ठ नागरिक सेवा आश्रम योजना’ का ऐलान किया था।
समालखा में मुख्यमंत्री खट्टर ने कांग्रेस पर हमला भी बोला। उन्होंने कांग्रेस को देश में भ्रष्टाचार और अपराध की जनक भी बताया है। उनका कहना है कि जिस तरह प्रदेशों में कांग्रेस साफ़ हो रही है, उसका देश से भी खात्मा हो जाएगा। वह एक दिवसीय दौरे में पानीपत में ही स्थित ब्रह्मकुमारी संस्थान में भी पहुँचे। यहाँ मुख्यमंत्री ने ‘नशा मुक्त हरियाणा अभियान’ की शुरुआत की।
मुख्यमंत्री खट्टर एक शांत छवि के मुख्यमंत्री हैं कई उनके नेतृत्व को अक्षम कहकर अपेक्षित करने का प्रयास करते हैं पर वह निरंतर अपने साधना पथ पर चलते रहते हैं आलोचनाओं का उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता उनका व्यक्तित्व कम साधना में विश्वास रखता है।