INDIA FIRST से साभार
लेखक सुभाष चन्द्र
रामायण में राक्षसों की मदद के लिए राक्षस मारीच पुत्र कालनेमि ने संत ब्राह्मण के रूप में हनुमान जी को रोक कर उसका वध करने की योजना बनाई थी। कालनेमि का धर्म से दूर दूर तक कोई नाता नहीं था। उसका लक्ष्य केवल हनुमान जी को रोकने का था जिससे संजीवनी लाने में विलंब हो जाए और लक्ष्मण के प्राण न बच सकें। यह काम उसने रावण की योजना में किया था।
आज यह काम राजनीति में बहरूपिया बनकर राहुल गांधी कर रहा है जिसे न भगवान राम से कुछ लेना देना है और हिन्दू समाज से। भाजपा उसकी नज़र में रामकाज करने के लिए हनुमान की भूमिका में है और इसी हनुमान को रोकने के लिए भाई बहन मंदिर मंदिर तरह तरह की रूप धर कर माथा पटक रहे हैं। ऐसे कालनेमि से सावधान रहना चाहिए।
कल कासरगोड से कांग्रेस के सांसद राजमोहन उन्नीथन ने खुल कर हमास को समर्थन देते हुए ऐलान कर दिया कि इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को बिना कोई मुकदमा चलाए गोली मार देनी चाहिए। अगर हमास आतंकी संगठन है तो हम सब भी आतंकी हैं।
कांग्रेस ने अभी तक उन्नीथन के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है और “मोहब्बत की दुकान” चलाने वाला राहुल गांधी भी खामोश है जो साबित कर रहा है कि वह आज की राजनीति का असली “कालनेमि” है जो मंदिरों में जाने का पाखंड कर रहा है और कालनेमि की तरह राक्षसों के साथ खड़ा है।
इज़रायल को कांग्रेस के बयान पर संज्ञान लेना चाहिए। कांग्रेस को पता है George Soros के 15 मिलियन डॉलर से इज़रायल का दुनिया भर में विरोध हो रहा है। और उसी के पैसे के दम पर कांग्रेस भी उस “हमास” के साथ खड़ी है जिसने 7 अक्टूबर के इज़रायल के निर्दोष लोगों पर बर्बरता की सभी हदें पार कर दी थी। कांग्रेस क्यों न ऐसे आतंकी संगठन का समर्थन नहीं करेगी जब वह कश्मीर में हिंदुओं पर हुई बर्बरता पर खामोश बैठी रही थी। इतना ही नहीं, इस्लामिक आतंकियों द्वारा बेगुनाहों की जान लेने वालों को ‘हिन्दू आतंकवाद’ और ‘भगवा आतंकवाद’ का नाम देकर हिन्दुत्व को बदनाम किया जा रहा था।
एक बात और गौर करने वाली है कि कांग्रेस तो क्या, INDI ठगबंधन के भी किसी दल ने उन्नीथन के बयान का विरोध नहीं किया है। कांग्रेस हर आतंकी संगठन के लिए पाकिस्तान की लाइन पर चलती है जैसे पाकिस्तान से ही कांग्रेस को दिशा निर्देश मिलते हैं। जैसे पाकिस्तान हमास के साथ खड़ा है, वैसे ही कांग्रेस भी खड़ी हो गई।
हिन्दुओं को यह बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए कि मुस्लिम वोटों के लिए जैसे कांग्रेस “हमास” के साथ खड़ी है, कल मौका मिलने पर यह भारत में एक बार फिर से हिन्दुओं का नरसंहार कराने में पीछे नहीं रहेगी। एक खबर के अनुसार हमास के नेता पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से भी मिले हैं और उन्होंने कश्मीर पर भी चर्चा की है। लेकिन कांग्रेस इस बारे में भी खामोश है।
यदि हम कांग्रेस मुक्त भारत चाहते हैं तो फिलिस्तीन को भी स्थाई शांति के लिए हमास मुक्त करना होगा।