महर्षि धन्वंतरि जन्मदिवस अर्थात धनतेरस को ऐसे मनाए*_ लेखक आर्य सागर खारी 🖋️
*
आप सभी साथियों को महर्षि धनवंतरी के जन्मदिवस अर्थात धनतेरस की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं!
धनतेरस के दिन दिवोदास , सुश्रुत जैसे आदि शल्य चिकित्सकों के गुरु महर्षि धनवंतरी का जन्म हुआ था| जिन्होंने आयुर्वेद की ज्ञान परंपरा को समृद्ध व गौरवान्वित किया था |महाभारत काल के पश्चात इनका जन्म हुआ था | हमारी संस्कृति समाज में स्वास्थ्य को ही उत्तम धन माना गया है। इस दिन आरोग्य स्वास्थ्य की कामना हेतु विभिन्न आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों व अन्न से अपने शरीर को स्वस्थ बनाने का संकल्प ले ना कि सोना चांदी खरीदने में अपने अमूल्य समय व धन को बर्बाद नहीं करें। यदि बर्तन खरीदने से स्वास्थ्य समृद्धि मिलती तो दिल्ली , मुरादाबाद के बर्तन कारोबारी सेठ कभी बीमार नहीं होते |सच्चे धन शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य को प्राप्त करने के लिए पुरुषार्थ करें उचित खानपान का व रोग नाशक औषधियों का सेवन करें| अपने शरीर की वर्ष में एक बार संपूर्ण जांच कराएं| आयुर्वेद में वर्णित रोगों के कारण प्रज्ञा अपराध से बचें| आयुर्वेद में इन विभिन्न क्रियाकलापों को स्वास्थ्यव्रत बोला जाता है |यही धनतेरस का वैदिक स्वरुप है| आज के दिन वैद्य आरोग्य से जुड़ी महत्वपूर्ण चर्चा करते हैं |अपने उपकरणों को अलंकृत करते हैं| देश के आयुर्वेदिक कॉलेज, फार्मेसीयों में यह त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है|