बॉलीवुड फिल्मों में पिता के रोल में वैसे तो आजकल अमिताभ बच्चन, ऋषि कपूर और अनुपम खेर ज्यादा दिखाई दे रहे हैं लेकिन पिछले कुछ सालों से पिता के रोलों पर एक तरह से काबिज हैं अभिनेता आलोक नाथ। उनके किरदारों में विविधता भले न देखने को मिलती हो लेकिन इतनी गारंटी रहती है कि वह जो रोल निभा रहे हैं वह ईमानदार इंसान का है। आलोक नाथ की सीधे सादे और सरल व्यक्ति की जैसी छवि पर्दे पर है वैसी ही निजी जिंदगी में भी है। यही कारण है कि वह पर्दा चाहे छोटा हो या बड़ा, अपनी भूमिकाओं को सशक्त तरीके से निभाते हैं।
10 जुलाई 1956 को जन्मे और मुंबई के रहने वाले आलोक नाथ बचपन से ही अभिनय कर रहे हैं। हालांकि वह पहले अभिनय को इतनी गंभीरता से नहीं लेते थे और नौकरी के साथ ही कुछ समय निकाल कर छोटे मोटे रोल कर लिया करते थे। 1973 में उन्होंने किटप्लाई इंडिया में जो नौकरी शुरू की थी वह 1995 में तब तक जारी रही जब तक उन्होंने अभिनय पर पूरी तरह ध्यान नहीं केंद्रित कर लिया।
अभिनेता के रूप में आलोक नाथ को असली पहचान रमेश सिप्पी के मशहूर टीवी धारावाहिक ‘बुनियाद’ में निभाये गये हवेली राम के किरदार से मिली।
इसके बाद उन्हें कई धारावाहिकों में काम मिलने लगा। 1989 में उनकी तब चारों ओर चर्चा होने लगी जब सूरज बड़जात्या की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में उन्होंने भाग्यश्री के पिता का किरदार निभाया।
यह फिल्म जबरदस्त सफल रही और इसकी सफलता का श्रेय फिल्म के हर कलाकार को गया। लगभग तभी से अधिकतर फिल्मों में पिता का रोल जैसे आलोक नाथ के लिए ही आरक्षित सा हो गया।