बांसवाड़ा – गायत्री मण्डल की बैठक में महत्त्वपूर्ण निर्णय वैदिक संस्कृति और परम्पराओं के संरक्षण-संवर्धन के लिए होंगी व्यापक गतिविधियां,
5 नवम्बर को होगा गायत्री महायज्ञ एवं दश महाविद्या अनुष्ठान,
धर्म-अध्यात्म विषयक नियमित कार्यक्रमों व शिविरों का होगा संचालन
बांसवाड़ा, 29 अक्टूबर/धर्म-अध्यात्म के क्षेत्र में पिछले 4 दशक से कार्यरत गायत्री मण्डल बांसवाड़ा द्वारा वैदिक संस्कृति एवं परम्पराओं के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए व्यापक स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसकी शुरूआत आगामी 5 नवम्बर, रविवार को रविपुष्य योग में गायत्री महायज्ञ एवं दश महाविद्या अनुष्ठान से होगी। इसकी तैयारियां आरंभ कर दी गई हैं।
यह जानकारी रविवार को वनेश्वर परिसर के मानस भवन में हुई गायत्री मण्डल की बैठक में दी गई। बैठक की अध्यक्षता जाने-माने समाजसेवी श्री जयप्रकाश पण्ड्या ने की। बैठक में निर्णय किया गया कि मण्डल के पीताम्बरा आश्रम परिसर को नवीन स्वरूप प्रदान किया जाएगा और इसे बहुद्देश्यीय एवं दिव्य आध्यात्मिक केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसे लेकर बहुआयामी एवं व्यापक कार्ययोजना बनाई गई है।
5 नवम्बर को नई कार्यकारिणी के चुनाव
इस अवसर पर मण्डल के सदस्यता अभियान को युद्धस्तर पर संचालित करने का निर्णय करते हुए अवगत कराया गया कि तदर्थ समिति के संयोजन में 5 नवम्बर, रविवार को नई कार्यकारिणी के लिए चुनाव कराए जाएंगे और इसके उपरान्त मण्डल की गतिविधियों में हर स्तर पर तेजी लाई जाएगी।
सनातन धर्म से संबंधितों की सहभागिता
बैठक में अवगत कराया गया कि गायत्री मण्डल की तमाम गतिविधियों में सनातन धर्म से संबंधित सभी समाजों एवं समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है और इसी के मद्देनज़र सदस्यता अभियान संचालित किया जा रहा है, जिसमें सभी सनातनियों को सदस्य बनाकर गायत्री मण्डल से जोड़ा जा रहा है।
बैठक में सर्वश्री पं. विद्यासागर शुक्ल, पं. दिव्यभारत पण्ड्या, पं. अवधबिहारी भट्ट, अनिमेष पुरोहित, डॉ. दीपक द्विवेदी, अरविन्द पाठक, कमलकान्त भट्ट, पं. देवेन्द्र शुक्ल, पं. विनय भट्ट, अरुण व्यास, सुभाष भट्ट, अनन्त जोशी, विनोद शुक्ला, राजेश चौबीसा, मुकेश किशोर पाठक, पं. देवपाल मिश्रा आदि ने विचार रखे और मण्डल की गतिविधियों को पुनः गति प्रदान करने के लिए प्रभावी कार्यों में जुटने का संकल्प जताया।
श्री दिलीप सराफ का अभिनन्दन
इस दौरान् गायत्री मण्डल की विभिन्न गतिविधियों में उल्लेखनीय एवं सक्रिय योगदान तथा उत्कृष्ट भागीदारी के लिए मण्डल के वरिष्ठ पदाधिकारी रहे समाजसेवी श्री दिलीप सराफ का गायत्री मण्डल के पूर्व अध्यक्ष पं. विद्यासागर शुक्ला एवं अन्य सदस्यों द्वारा स्वस्तिवाचन मंत्रों के साथ पुष्पहार एवं शॉल ओढ़ाकर अभिनन्दन करते हुए उनकी सेवाओं की सराहना की गई।
आश्रम परिसर का अवलोकन
बैठक के उपरान्त सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने वनेश्वर के समीप पीताम्बरा आश्रम परिसरों एवं भवन का अवलोकन किया तथा इन पर नियमित गतिविधियों के संचालन के लिए तैयारियां आरंभ करने पर जोर दिया। इसके उपरान्त साफ-सफाई का कार्य युद्धस्तर पर आरंभ किया गया। आश्रम परिसर में ही 5 नवम्बर, रविवार को रविपुष्य योग में गायत्री महायज्ञ, दश महाविद्या अनुष्ठान, भैरव पूजा आदि विभिन्न अनुष्ठानों का आयोजन होगा।
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