लंदन। समुद्री लुटेरों ने अरब सागर में लाइबेरिया के तेलवाहक जहाज का अपहरण कर लिया है। इसके 26 सदस्यीय चालक दल में 11 भारतीय हैं। एमटी स्मिरनी नामक जहाज को दो दिन पहले सोमालिया से 600 मील दूर ओमान तट के पास से अगवा किया गया। इसमें सोमालियाई समुद्री लुटेरों का हाथ बताया जा रहा है।
भारत के जहाजरानी मंत्रालय के प्रवक्ता ने दिल्ली में बताया कि जहाज के चालक दल के सदस्यों में 14 फिलीपींसऔर एक रोमानिया का है। इसका प्रबंधन डाइनेकॉम टैंकर्स नाम की कंपनी करती है। जहाज पर एक लाख 35 हजार टन तेल लदा है। उन्होंने कहा कि लाइबेरिया की सरकार को घटना की जानकारी है और हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उत्तरी सोमालिया के तट पर समुद्री लुटेरे इस इलाके में आने वाले अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग पर जहाजों के अपहरण के लिए घात लगाए रहते हैं। इस जहाज की यह दूसरी यात्रा थी। पिछले वर्ष यह पहली बार यात्रा पर निकला था। इस जहाज का अपहरण ऐसे समय में हुआ है जब इस इलाके में होने वाले अपहरणों में हालिया समय में कमी आई है। इसकी वजह यह है कि कुछ देशों ने जहाज पर सशस्त्र गार्डो को तैनात करने की योजना बनाई है। इस बात की अभी जानकारी नहीं मिली है कि स्मिरनी पर सशस्त्र गार्ड तैनात थे या नहीं। यूरोपीय यूनियन के नौसैनिक जहाज स्मिरनी को बचाने के लिए गश्त लगा रहे हैं।
सोमालियाई लुटेरे अपहृत जहाज को छोडऩे के लिए प्राय: लाखों डॉलर फिरौती के रूप में वसूलते हैं। इंटरनेशनल मैरीटाइम आर्गेनाइजेशन के अनुसार इस समय सोमालियाई लुटेरों के चंगुल में 17 जहाज और चालक दल के करीब 300 सदस्य हैं।