ग्रेटर नोएडा। समाज की कुछ जागरूक महिलाओं ने क्षेत्र को नशा मुक्त कराने हेतु स्वयं बीड़ा उठाने का संकल्प लिया। इसलिए पिछले दिनों तिलपता गांव से शुरू करके मकोड़ा जुनपत व कई गांवों में महिलाओं ने नशा मुक्ति हेतु एक विशाल जुलूस निकाला। क्षेत्र की हजारों महिलाओं ने इस जुलूस में भाग लिया।
वरिष्ठ समाज सेवी बलवीर आर्य ने उगता भारत को बताया कि महिलाओं का यह संगठन जनपद के अन्य गांवों में भी इसी प्रकार का जुलूस निकालने का कार्यक्रम बना रहा है। उन्होंने कहा कि गांव तिलपता से इस कार्यक्रम की शुरूआत की गयी है, और यह एक मुकाम तक पहुंचेगा। ऐसी हमें आशा है, महिलाओं का सर्वाधिक शोषण और उनके साथ सर्वाधिक अमानवीय व्यवहार नशे की हालत में पुरूष समाज करता है। इसके लिए यदि महिलाएं इस प्रकार सामने आ रही हैं तो यह समाज की उस प्रचलित परंपरा को तोडऩे और नारी समाज में आई जागरूकता का परिचायक है जिसके कारण नारी लंबे समय से पुरूष के उत्पीडऩ का शिकार होती चली आयी है।
श्री आर्य ने कहा कि बच्चों का भविष्य बनाने के लिए माता-पिता दोनों को ही समान परिश्रम करना होता है। लेकिन हमारे समाज में अभी भी ऐसी स्थिति है कि माताएं बच्चों के लिए कमरतोड़ मेहनत करती हैं, तो पुरूष वर्ग आराम से ताश खेलने या दारू पीने के व्यसनों में अपना समय बर्बाद करता रहता है। इससे हमारी आने वाली पीढिय़ों पर गलत प्रभाव पड़ रहा है और हम गलत दिशा में बढ़ते जा रहे हैं। महिलाओं के द्वारा नशामुक्ति हेतु किया जा रहा है प्रयास कितना सार्थक है, इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए गांव जुनपत के सरपंच रामेश्वर सिंह ने कहा कि इस प्रयास के निश्चित ही शुभ परिणाम निकलेंगे। महिलाअेां का दृष्टिïकोण एक दम ठीक है, और पुरूष समाज को इस कदम के साथ अपने कदम मिलाने चाहिए।
वहीं समाज सेवी नीरपाल भाटी का कहना है कि वह क्षेत्र में स्वयं ऐसे प्रयासों को और भी बढ़ाने के लिए अपनी ओर से सहयोग करेंगे।