गाजियाबाद, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) घोटाले में सोमवार को पैकफेड के पूर्व प्रबंध निदेशक वीके चौधरी समेत चार आरोपियों को पुलिस रिमांड समाप्त हाने के बाद सीबीआइ ने सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश किया। वहां से चारों को 14 जून तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। ये चारों 31 मई से सीबीआइ के पास पुलिस रिमांड पर थे। पैकफेड के पूर्व प्रबंध निदेशक वीके चौधरी, पूर्व मुख्य अभियंता एमएम त्रिपाठी, पूर्व अधीक्षण अभियंता एके श्रीवास्तव तथा पूर्व सहायक अभियंता विपुल कुमार गुप्ता को सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश किया गया। सीबीआइ की ओर से पुलिस कस्टडी रिमांड की अवधि बढ़ाने के लिए कोई अर्जी दाखिल नहीं की गई, जिसके चलते अदालत ने चारों को 14 जून तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। सीबीआइ ने पिछले बुधवार को चारों को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। चारों पर आरोप है कि एनआरएचएम के तहत 89 अस्पतालों के उन्नयन के लिए मॉड्यूलर ओटी मद के 89 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे। प्रदेश के तत्कालीन प्रमुख सचिव प्रदीप शुक्ला ने कार्य अपने चहेते सौरभ जैन की कंपनी को दिया और इस कार्य में कोई अड़चन न आए।