नोएडा।। मायाराज में अथॉरिटी ने बिल्डरों पर मेहरबानी दिखाते हुए कॉर्पोरेट ऑफिसों के लिए एक स्कीम लॉन्च की थी। इसमें एक कैटिगरी के तहत 3 सेक्टरों का रेट 21,600 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर था।
इसके बाद अथॉरिटी ने अन्य सेक्टरों में 7800 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर पर कॉरपोरेट ऑफिसों के लिए प्लॉट आवंटित किए। इस स्कीम में अथॉरिटी ने करीब 2 दर्जन सुविधाएं भी इन आफिसों को दीं, जिनमें बैंक, ऑडिटोरियम, सेंट्रल गवर्नमेंट ऑफिस खोलने, क्लिनिक, डिस्पेंसरी, जनरल हेड पोस्ट ऑफिस, रेस्टोरेंट तक खोला जा सकता है। बता दें कि ज्यादातर प्लॉटों का अलॉटमेंट दूसरी कैटिगरी के लिए ही किया गया था।अथॉरिटी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2008-09 के दौरान यह स्कीम एक्सप्रेस-वे के आसपास डिवेलप होने वाले सेक्टरों के लिए लाई गई थी। इसके तहत 1 हजार, 2 हजार, 5 हजार, 10 हजार, 15 हजार व 20 हजार वर्गमीटर तक के प्लॉट अलॉट किए गए थे। ओपन एंडेड स्कीम के तहत इसमें साक्षात्कार के जरिए अलाटमेंट किए गए थे। स्कीम में प्लॉटों की तादाद भी नहीं बताई गई थी।
वहीं, शर्त नंबर 10.2.1 में करीब एक दर्जन सुविधाएं इन कॉरपोरेट ऑफिसों में दी गई थी।
उस दौरान 21,600 हजार रुपये की दर पर प्लॉट के अलॉटमेंट किए जा रहे थे, लेकिन जब सेक्टरों में फेज-2 व 3 का एरिया नए सिरे से तय किया गया तो प्लॉट का रेट सिर्फ 7800 रुपये प्रति वर्गमीटर तय कर दिया गया था। इसमें एफएआर 30 और ग्राउंड कवरेज 150 था।
खास बात यह थी कि इस स्कीम के तहत एफएआर 200 तक बढ़ाने की बात लिखी गई है, जो अलॉटमेंट डेट से प्रभावी होगा। वहीं, अथॉरिटी ने अपने मास्टरप्लान-2031 में साफ किया है कि अथॉरिटी वर्ष 2021 तक कुल 1219 हेक्टेयर जमीन इंस्टिट्यूशनल के तहत आवंटित करेगी। इसमें से अथॉरिटी 51 हेक्टेयर जमीन एजुकेशन से संबंधित संस्थानों को आवंटित कर चुकी है, जबकि बाकी 427.25 हेक्टेयर जमीन आईटी, आईटीईएस की कैटिगरी में अलॉट की गई है।