मंत्र, तंत्र साधना,जादू टोना रहस्य* भाग 1

डॉ डी के गर्ग

वर्तमान स्थिति
मेरे घर के पास बचपन में एक दुखद घटना हुई की एक महिला ने तांत्रिक के कहने पर पड़ोसी के दोनो बच्चो की निर्मम हत्या इसलिए कर दी ताकि उसको संतान पैदा हो।बच्चो को चुराकर उनकी बलि देने की सेकडो हृदय विदारक घटनाएं आए दिन सुनने को मिलती है।
इसी प्रकार बहुत से हिन्दू मंदिर जैसे कामाख्या का मंदिर, पशुपति मंदिर आदि जहां तंत्र मंत्र के नाम पर भगवान् को प्रसन्न करने के लिए पशुओं की हत्या की जाती है ।

बिहार ,बंगाल , दक्षिण भारत , छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में हर छोटे छोटे कार्य ,उत्सव में पशु बलि , मछली सेवन एक तरह से अनिवार्य है।
एक राजघराने के परिवार ने जब नई कार खरीदी तो उसके चारो ओर बत्तख के खून से परिक्रमा की ।इस तरह मुर्गे कबूतर बकरे के खून से नहाने ,बलि देने की प्रथा फैली हुई है ताकि जीवन सफल हो , भविष्य में कोई संकट ना आए।

बहुत से तांत्रिक जादू टोटके बताकर दुख दूर करने और बिगड़े काम बनाने का दावा करते है। निर्मल बाबा का जन्म इन्ही लोगो की देन है जो समस्या सुनकर एक क्षण में बता देता है की परमात्मा क्यों नाराज है और उसको कैसे खुश कर सकते है यानी ईश्वर की कृपा क्यों रुकी हुई है इसका उपाय भी बता देता है जैसे को शराब बांटो , बिस्किट्स बांटो,खीर खाओ आदि।

इसी क्रम में उज्जैन का महाकाल मंदिर में ईश्वर के शरीर को शमशान की राख मली जाती है। मध्य प्रदेश के बागलामुखी मंदिर में मिर्च से हवन करके दुख दूर करने का दावा किया जाता रहा है।
दिल्ली के भैरो मंदिर ,उज्जैन के शनि मंदिर और बहुत से मंदिरों में परमात्मा की मूर्ति को शराब चढ़ाई जाती है,भक्तो में शराब का प्रसाद बांटा जाता है।मृतक श्राद्ध, गरुड़ पाठ , काली पूजा ,साई पूजा ,मंत्र साधना ,महा मृत्युंजय मंत्र जाप आदि भी प्रसिद्ध है।
और तो और अधिकांश अखबारों में तांत्रिक अपने विज्ञापन बहुत बहादुरी से देते है।उनका दावा है कि वे काले इल्म में माहिर, तंत्र सम्राट है ,उनकी ये गारंटी है की पहले काम होगा तब फीस देना।इनका धंधा पूरे देश में खूब खुलेआम फल फूल रहा है इस पर कोई रोक टोक नही है।

बच्चो के माथे पर नजर उतारने के लिए काला टीका लगाना,नव निर्मित भवन के आगे हंडिया या काले मूंह की आकृति लगाना , बस ट्रक के आगे काला धागा लटकाना आदि इसी मानसिकता के उदाहरण है।

गंडा ,ताबीज , पत्थर की अंगूठी का धंधा तो हजारों करोड़ का है और 10 में 6 लोग गंडा ,ताबीज या पत्थर की अंगूठी पहने मिल जायेंगे।

एक निजी अनुभव भीं बताता हूं कि मेरा एक विशेष पोस्ट के लिए लाख कोशिश करने के बाद भी काम नही हुआ तो मुझे एक वैदिक ज्योतिष के नाम से प्रसिद्ध व्यक्ति मिला उसने स्वयं को आर्य समाजी बताने से परहेज नही किया और बोला आप पीले रंग के कपड़े और गले मे चांदी की माला पहनो,फिर काम हो जायेगा उसने बोला कि ये वेद में लिखा है,लेकिन प्रमाण नही दे पाया।

तरह तरह के टोटके सुनने को मिलेंगे वो भी गारंटी के साथ । संतानहीन महिलाए किसी की साड़ी का पल्लू काट लेती है ताकि वो मां बन जाए,इस तरह का हजारों टोटके मार्केट में है ।समाज की कुछ पुरानी महिलाए टौने टोटके आगे की पीढ़ी को परोसती रहती है और ये कुप्रथा चलती रहती हैं।
वशीकरण मंत्र,लाल किताब का प्रचार काफी प्रसिद्ध है ।टीवी पर फिल्म स्टार गोविंदा लाल किताब द्वारा धन प्राप्ति यंत्र मुफ्त दे रहे है।

घर के दरवाजे पर निबू मिर्च लटकी मिलेंगी ,भारत सरकार के रक्षा मंत्री ने जब फ्रांस जाकर राफेल लड़ाकू विमान लिया तो उन्होंने भी परंपरा के नाम पर जहाज की पूजा की और निबू मिर्च की माला जहांज को पहनाई।

अघोरी साधु अपनी तंत्र साधना के लिए प्रसिद्ध है जो मुर्दे को खाते हैं,शौच खाते हैं और ना जाने क्या क्या. शमशान में रहना और मुर्दे की खोपड़ी अपने पास रखना इनकी निशानी है।
कुछ तांत्रिक और साधु मृत आत्माओं को बुलाना और उनसे बात करने तक का भी दावा करते हैं ।और भूत प्रेत,बुरी आत्माओं से बचाने का धंधा करते हैं।
इसी तरह शनिवार को सड़क पर शनि के नाम पर तेल चढ़ाने का प्रचलन बढ़ रहा है। पीपल के पेड़ पर भूत, छींक आना , दिशासुल, देवता सो जाना,आदि अंधविश्वास सेकडो में नही हजारों में है ।इस लेख के माध्यम से सबका विश्लेष्ण करेंगे और पर्दाफाश करेंगे।
प्रश्न उठता है कि;
1.आज के वैज्ञानिक युग में भी क्या इस प्रकार के अन्धविश्वास की जगह है? ऐसे लोग देश को कहा ले जाना चाहते है?
2. क्या ये सभी विधाएं प्रमाणिक है? वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित है?
3. क्या इन सभी पाखंडो में फसने वाला अपना बुद्धि का प्रयोग नहीं करता?एक मनोरोगी है।
4. क्या ये ठग विद्या नही है?ये तांत्रिक,पंडित ,ज्योतिषी,या जो भी इनको बोलो स्वयं बहुत अच्छा जीवन बिता रहे है,जिसमे कोई दुख,परेशानी नाम मात्र के लिए भी नही है?
5. यदि कोई तांत्रिक या बाबा हाथ से भभूत ,सोने चांदी का सिक्का निकाल भी दे तो इससे आपकी जिंदगी,और देश की इकोनॉमी ,विश्व की शांति पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
6.क्या तंत्र साधना,जादू टूना, पशु बलि , गंडा ताबीज ,रक्षा कवच आदि से परमात्मा खुश होता है और इसके द्वारा ईश्वर का निर्णय या कहो कर्म फल का परिणाम बदलता रहता है?

Comment: