अधिवक्ताओं के हितों के लिए सदा संघर्षशील रहने वाले और इस क्षेत्र में एक जुझारू और कर्मठ नेता के रूप में अपनी छाप और स्थान बनाने में कामयाब रहे बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान सदस्य हरिशंकर सिंह एडवोकेट का कहना है कि माननीय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अधिवक्ताओं को अपनी पार्टी की ओर से दस लाख रूपया न्यासी समिति की धनराशि के रूप में दिये जाने की अपनी घोषणा को पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता पूरे जीवन समाज सेवा में और राष्ट्र सेवा में संलिप्त रहता है लेकिन इसके लिए सुविधाओं के नाम पर कभी किसी सरकार ने कोई कार्य नही किया। श्री सिंह ने बताया कि वह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से अधिवक्ताओं के कल्याणार्थ उनकी पार्टी की ओर से चुनाव पूर्व की गयी घोषणाओं के संदर्भ में शीघ्र ही मुलाकात करेंगे और अधिवक्ताओं के कल्याणार्थ कुछ विशेष योजनाओं को लागू कराने हेतु प्रयास करेंगे। श्री सिंह पिछले दिनों अधिवक्ताओं के हितों की रक्षार्थ अनशन पर बैठे अधिवक्ता बीमपाल राय के अनशन को तुड़वाने के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उक्त अधिवक्ता के द्वारा दो दिन का अनशन किया गया था। जिसे श्री सिंह ने जूस पिलाकर तुड़वाया। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई आगे जारी रहेगी लेकिन पहले सरकार से विधिवत एक बैठक किया जाना उचित होगा। श्री सिंह अपनी सक्रियता बनाये रखकर प्रदेश के विभिन्न अंचलों में इस विषय में अधिवक्ताओं के साथ बैठक कर लोगों के विचार और सुझाव ले रहे हैं। पिछले दिनों जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़, मऊ, में और गाजीपुर में अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों के संदर्भ में हड़ताल रखी थी। बिजनौर के जिलाधिकारी बलकार सिंह ने अधिवक्ताओं से ज्ञापन लेने में भी अनाकानी की। जिसको लेकर अधिवक्ता खिन्न हुए। उसके स्थानांतरण की मांग अभी भी जारी है।