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इसलाम और शाकाहार

शराबी रसूल :पियक्कड़ सहाबी !!

जब हमने इस विषय पर एक लेख लिखा था ,तो मुस्लिम मित्रों ने इस बात पर पर्दा डालने के लिए अजीब से कमेन्ट दिए थे ,जैसे जन्नत की शराब में नशा नहीं होता ,कुरआन में शराब नहीं जूस पिलाया जाएगा .हमने आयातों का गलत अर्थ किया है .लोगों ने तो यहांतक कह दिया कि हम खुद शराब पीकर लिखते हैं .और शराब पीते है .

अब हम सबूत देते हैं ,कि मुहम्मद शराब पीता ,शराब से वजू करता था ,और शराब से रोजा खोलता था .यही नहीं उसके सहाबी भी शराब पीते थे और शराब बनाते भी थे ..प्रमाण के लिए हिन्दी ,अरबी और अंगरेजी सबूत दिए जा रहे है –

1 -मुहम्मद शराब का शौकीन था .

“जाबिर बिन अब्दुलाह ने कहा कि ,रसूल ने मुझ से कुछ चीज पीने के लिए लाने को कहा.मैंने पूछा कि “क्या मैं आपके लिए “नबीज़(शराब ) दूँ ,रसूल ने कहा हाँ वही लाओ .थोड़ी देर बाद जब मैं नबीज़ (शराब )ल एक बर्तन में लेकर आया तो ,रसूल ने पूछा कि जबीर क्या तुमने बर्तन को पत्तों और टहनियों से ठीक से ढका कर लाया .(ताकि किसी को पता न चले )मैंने कहा हाँ .मैं छुपा कर लाया हूँ .यह सुन कर रसूल ने बर्तन लेकर नबीज(शराब )पी ली .मुस्लिम -किताब 1 हदीस 3753

अब आप इसे अरबी के साथ देखिये –

شرب النبيذ وتخمير الإناء الأشربة صحيح مسلم

حدثنا ‏ ‏أبو بكر بن أبي شيبة ‏ ‏وأبو كريب ‏ ‏واللفظ ‏ ‏لأبي كريب ‏ ‏قالا حدثنا ‏ ‏أبو معاوية ‏ ‏عن ‏ ‏الأعمش ‏ ‏عن ‏ ‏أبي صالح ‏ ‏عن ‏ ‏جابر بن عبد الله ‏ ‏قال ‏ ‏كنا مع رسول الله ‏ ‏صلى الله عليه وسلم ‏ ‏فاستسقى فقال رجل يا رسول الله ألا ‏ ‏نسقيك ‏ ‏نبيذا ‏ ‏فقال بلى قال فخرج الرجل ‏ ‏يسعى فجاء ‏ ‏بقدح ‏ ‏فيه ‏ ‏نبيذ ‏ ‏فقال رسول الله ‏ ‏صلى الله عليه وسلم ‏ ‏ألا ‏ ‏خمرته ‏ ‏ولو ‏ ‏تعرض عليه عودا ‏ ‏قال فشرب ‏

Sahih Muslim: “Drinks, Drinking wine and fermentation”

Narrated by Gaber bin Abdullah:

We were with the messenger of Allah, PBUH and he asked for a drink. One of his men said: “Oh Messenger of Allah, Can we offer you wine to drink?” He said Yes. He (Gaber) went out looking for the drink and came back with a cup of wine. The messenger (Peace Be Upon him) asked, “Have you covered it with a twig in a transverse manner” He (Gaber) said, “Yes” and he (Muhammad) drank.

https://sunnah.com/muslim:2011a

Reference : Sahih Muslim 2011a
In-book reference : Book 36, Hadith 118
USC-MSA web (English) reference : Book 23, Hadith 4989

2 -मुहम्मद ने शराब से वजू किया

“अब्दुल्लाह बिन मसूद ने कहा कि ,वह रसूल के पास था .रसूल ने वजू के लिए पानी का बर्तन लाने को कहा मैंने कहा कि बर्तन में तो शराब रखी है ,रसूल ने कहा कि तुम वही बर्तन लाओ ,मुझे वजू करना है .फिर रसूल बोले ,अय अब्दुल्लाह बिन मसूद शराब तो एक पेय है ,जो सिर्फ शुद्ध करती है .फिर रसूल ने उसी से वजू किया ”

حدثنا ‏ ‏يحيى بن إسحاق ‏ ‏حدثنا ‏ ‏ابن لهيعة ‏ ‏عن ‏ ‏قيس بن الحجاج ‏ ‏عن ‏ ‏حنش الصنعاني ‏ ‏عن ‏ ‏ابن عباس ‏ ‏عن ‏ ‏عبد الله بن مسعود ‏ ‏رضي الله عنهما ‏ ‏أنه كان مع رسول الله ‏ ‏صلى الله عليه وسلم ‏ ‏ليلة الجن فقال له النبي ‏ ‏صلى الله عليه وسلم ‏ ‏يا ‏ ‏عبد الله ‏ ‏أمعك ماء قال معي ‏ ‏نبيذ ‏ ‏في ‏ ‏إداوة ‏ ‏فقال اصبب علي فتوضأ قال فقال النبي ‏ ‏صلى الله عليه وسلم ‏ ‏يا ‏ ‏عبد الله بن مسعود ‏ ‏شراب وطهور ‏

Narrated by Abdullah bin Masoud (May God be pleased with him):

He was with the Messenger of Allah peace be upon him on the night of the jinn when he asked him if he had water. He answered that he had wine in a pot. Mohammed said: Pour me some to do ablution and he did. [The] Prophet peace be upon him [said]: “O Abdullah bin Masood it is a drink and a purifier.”

Musnad Ahmad – Hadith #3594

3 -रसूल के लिए शराब बनतीथी

“इब्ने अब्बास ने कहा कि रसूल के लिए “नबीज़ “बनाई जाती थी ,जिसे ऊंट के छाडे की कुप्पी में भरकर रात को रसूल के घर भेज दिया जाता था ,रसूल सोमवार कि रात से मंगल कि दोपहर तक शराब पीते थे .अगर बच जाती थी .तो गुलामों को दे देते थे .या लुढ़का देते थे ”

सही मुस्लिम -किताब 23 हदीस 4972 ,और 4974

4 -नबीज़ क्या है

नबीज खजूरों को सडा कर उसमे खमीर उठाकर बनाई गयी तेज शराब होती है अंगरेजी में इसे Wine कहते हैं

All of the following dictionaries confirm that نبيذ (nabidh) means Wine:

अरबी शब्दकोश لسان العرب लिसानुल अरब में نبيذ नबीज़ का अर्थ الخمر अल खमर यानी शराब है मुहम्मद वहीपीता था

5 -मुहम्मद ने शराब से रोजा खोला

“अबू हुरैरा ने कहा कि ,जब रसूल रोजे में होते थे तो मई उनका इंतजार करता था कि ,वे रोजा कब खोलें ,और जब वह रोजे में नही होते थे ,मैं उनको नबीज पेश कर देता था .मैं नबीज तभी देता था जब वह अच्छी तरह से तय्यार हो जाती थी .रसूल कहा करते थे कि यह नबीज उन्हीं लोगों के लिए है जो अल्लाह और आखिरत पर ईमान रखते हैं

https://gowister.com/hadith/abudawud/3722/

Reference: 3716
English reference: Book 26, Hadith 3707
In-book reference: Book 27, Hadith 48

,सुन्ननअबू दौउद -किताब 26 हदीस 3707

6 -जिहादी शराब पीते थे

“जिहाद के समय जिहादी शराब पी लेते थे .उहद के युद्ध में जिहादी शराब के नशे में थे .इसलिए जमकर लड़े और कई काफिरों को लड़ाई में क़त्ल किया .
.बुखारी -जिल्द 4 किताब 52 हदीस 70

7 -सहाबी छुप कर शराब लाते थे

“जब शराब हराम हो गयी तो ,”अनस बिन मलिक”अंसारो को शराब पहुंचाता था .मुस्लिम -किताब 23 हदीस 4884 और 4885

Reference: 1980 d
English reference: Book 23, Hadith 4885
In-book reference: Book 36, Hadith 8

“अनस बिन मलिक ने कहा कि कुछ जिहादी मेरे पास आये और फदीख Fadikh (यह भी शराब है )मांगी मैंने मुआद बिन जबल ,अबू दुजन्ना और अबू तल्हा को शराब पिलायी ..मुस्लिम -किताब 23 हदीस 4886

https://gowister.com/hadith/muslim/5101/

8 -सहाबी शराब किस से बनाते थे

“इब्ने उमर ने कहा कि जब शराब हराम हो चुकी तो हम मदीना में इन पाच चीजों से शराब बनाते थे -1 अंगूर 2 पके खजूर 3 गेंहूँ 4 जौऔर स्वाद के लिएकभी कभी शहद भी मिला देते थे .
Reference: 5581
English reference: Vol. 7, Book 69, Hadith 487
In-book reference: Book 74, Hadith 7

https://gowister.com/hadith/bukhari/5475/

बुखारी -जिल्द 7 किताब 69 हदीस 487

“अनस बिन मलिक ने कहा कि हम पके खजूरों से जो शराब बनाते थे ,उस से तेज नशा होता था .बुखारी -जिल्द 7 किताब 69 हदीस 489

9 -रसूल ने शराब पीने की अनुमति दी

“जबीर ने कहा कि जब शराब हराम हो गयी तो अंसारों के पास शराब भरी पड़ी थी .वे रसूल से बोले हम इस शराब को बर्बाद नहीं करना चाहते .हम इसके बिना नहीं रह सकते .रसूल ने कहा तब तुम इसका इस्तेमाल कर सकते हो .

Reference: 5592
English reference: Vol. 7, Book 69, Hadith 496
In-book reference: Book 74, Hadith 18

https://gowister.com/hadith/bukhari/5486/

बुखारी -जिल्द 7 किताब 69 हदीस 496

अब इस सारे विवरण से साफ़ हो जाता है कि ,इस्लाम में दोगलापन है .कुरआन में सूरा-अल मायदा 5 :90 में शराब पीने को शैतान का काम बताया गया है क्या .हमें शराबी कहने वाले मुस्लिम ब्लोगरों में इतनी हिम्मत है कि शराब पीनेवाले नकली रसूल मुहम्मद को शैतान कह दें .अगर नहीं तो हमें उपदेश देना बंद करे .कांच के मकान में रहने वाले दूसरों पर पत्थर नहीं फेकते .पहिले ठीक से हदीसें पढो

(181/152)

बृजनंदन शर्मा
लेख में व्यक्त किए गए विचार लेखन के निजी विचार हैं

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