मीनाक्षी लेखी:भाजपा की एक अच्छी प्रवक्ता
मीनाक्षी लेखी आकर्षक व्यक्तित्व की तेज तर्रार और मेधावी प्रवक्ता, अपने अकाट्य तर्कों से मिडिया में मोदी की ताकत बनती एक शालीन नारी शक्ति.मीनाक्षी लेखी आकर्षक व्यक्तित्व की तेज तर्रार और मेधावी प्रवक्ता, अपने अकाट्य तर्कों से मिडिया में मोदी की ताकत बनती एक शालीन नारी शक्ति।
मीनाक्षी लेखी आकर्षक व्यक्तित्व की तेज तर्रार और मेधावी प्रवक्ता, अपने अकाट्य तर्कों से मिडिया में मोदी की ताकत बनती एक शालीन नारी शक्ति. मीनाक्षी लेखी के तर्कों के आगे बीजेपी के टाइम पास प्रवक्ता अब फीके नजर आने लगे है और युवाओं में इनकी बढती लोकप्रियता मोदी की छुपी ताकत का सादृश्य है. मोदी की ही तरह सीधे सीधे कांग्रेस की जड़ पर वार करने वाली इस नारी शक्ति के इष्र्यालू खुद उनकी पार्टी बीजेपी में ही हैं लेकिन मोदी की स्वयं की बढ़ती ताकत ने उनके प्रतिरोध की क्षमता को नाकारा कर दिया है. जैसे जैसे आडवानी कम्पनी को अपनी घटी हुई ताकत का अहसास हो रहा है, बाहरी इशारों पर अपने ही लडाको को हाथ बंधे रखने की उनकी सलाह को राष्ट्रवादी लोग अब तवज्जो नहीं दे रहे हैं जिसका परिणाम है मीनाक्षी लेखी जैसे लोग खुलकर बीजेपी का प्रभावी पक्ष रखने में असहज नहीं महसूस कर रहे हैं जिसमे सबसे बड़ी शक्ति मोदी का भारत भर बढती स्वीकार्यता है और अधिकतर बेबाक राष्ट्रवादी मोदी खेमे से ही हैं. मोदी के मुकाबले आडवानी या उनके किसी समर्थक की लोकप्रियता कम से कम 11 गुनी कम है. मीनाक्षी लेखी जैसे तेज तर्रार प्रवक्ता को सोनिया के ऊपर सीधे हमले करने के कारन हटाने की सुगबुगाहट का मोदी समर्थकों ने खुलकर विरोध किया और आने वाले समय में बीजेपी मोदी के इशारों पर ही नियंत्रित होने वाली है जो राष्ट्रवादियो और हिंदुत्ववादियों के लिए उत्साह की बात है. जल्दी ही कल्याण सिंह के रूप में मोदी खेमे में एक और हिन्दुत्ववादी योद्धा का पदार्पण होने वाला है जो सिर्फ मोदी विरोधियो की ताकत को घटाएगा ही नही बल्कि उत्तर प्रदेश में मोदी की जड़ जमाने में बहुत कारगर सिद्ध भूमिका भी निभाएंगे क्योकि कल्याण सिंह भी मोदी को प्रधान मंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. गो-हत्या विरोध के पीछे मोदी जी की सीधी शक्ति आने की वजह से जल्दी ही यह अभियान निर्णायक आन्दोलन का भी रूप ले सकता है जिसमे मिडिया प्रवक्ताओं का बहुत बड़ा रोल होगा और इस मुद्दे पर हिंदू वोटो का ध्रुवीकरण हो जाना कोई अप्रत्यासित नहीं होगा. राष्ट्रवादियो के एकजुट होते जाने से बाबा-मोदी-स्वामी की ताकत अब तेजी से बढऩे लगी है.
आपने स्वयं और अपने परिवार के लिए सब कुछ किया, देश के लिए भी कुछ करिये।