आर्य सागर खारी
ग्रेनो । वैदिक संस्कृति, राष्ट्रवाद, इतिहास जैसे विविध विषय पर 70 के लगभग पुस्तकों के लेखक तथ्य अन्वेषी इतिहासकार मौलिक व प्रमाणित लेखन के धनी आर्य जगत के स्वयंनाम धन्य विद्वान ज्ञान प्रसूता ओजस्वी लेखनी के धनी पेशे से वरिष्ठ रेवेन्यू अधिवक्ता मूलतः दादरी के महावड़ गांव निवासी डॉ राकेश कुमार आर्य का 57 वाँ जन्मदिन उनके आवास सत्य राजभवन महर्षि दयानंद वाटिका अंसल सोसाइटी तिलपता चौक ग्रेटर नोएडा में पाक्षिक यज्ञ के माध्यम से मनाया गया।
यज्ञ के ब्रह्म शिक्षाशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि धारक डॉ आचार्य दयानिधि जी रहे । आचार्य दयानिधि गुरुकुल एटा व टंकारा के स्नातक हैं। वह स्वाध्यायी विद्वान हैं। वर्तमान में ग्रेटर नोएडा के सिग्मा सेक्टर में निवासरत है। सुखद संयोग यह रहा डॉ राकेश कुमार आर्य जी का जन्मदिन भी अमावस्या के दिन हुआ था और उनका 57 वाँ जन्मदिवस भी अमावस्या के दिन ही नियत हुआ है। जन्म दिवस व पाक्षिक यज्ञ के उपरांत महाशय किशन लाल आर्य जी ने आर्य समाज के अमर गीतकार उपदेशक लक्ष्मण सिंह बेमोल जी का बहुत सुंदर वैराग्य भाव प्रधान भजन सुनाया।
पश्चात में आर्य समाज तिलपता करनवास के मंत्री आर्य सागर खारी ने डॉक्टर राकेश कुमार आर्य जी को उत्तरी वस्त्र पटका ओढाकर तथा धर्म सूत्र साहित्य में सबसे प्राचीन सूत्र ग्रंथ गौतम धर्मसूत्र की प्रति उपहार स्वरूप भेंट की। डॉ राकेश कुमार आर्य जी को कोटि-कोटि शुभकामनाएं उन्होंने प्रेषित की। आर्य सागर खारी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि डॉ राकेश कुमार आर्य जी हमारे समकालीन हैं ।डॉ राकेश कुमार आर्य जी का संस्थान प्रसिद्ध साप्ताहिक उगता भारत समाचार पत्र जिसकी स्थापना 17 जुलाई 2010 को हुई थी उसकी भी आज वर्षगांठ है तथा समूचा आर्य बंधु परिवार वैदिक संस्कृति आर्य जगत, मां भारती की अहर्निश निष्काम भाव से सेवा कर रहा है। यह परिवार अंतर्वेदी यज्ञ दक्षिणा विद्वत सत्कार आदि कार्य में ही नहीं बहिर्वेदी परोपकार के कार्य अन्य परोपकारी संगठनों को यथा सामर्थ्य सहायता भी देता है ।
डॉ राकेश कुमार आर्य जी का जीवन दीर्घजीवी हो हमें इनका मार्गदर्शन मिलता रहे इसी भावना के साथ उन्होंने अपना वक्तव्य पूरा किया । पश्चात में आर्य बंधु परिवार के महत्वपूर्ण स्तंभ आर्य बंधु परिवार के द्वारा चलाए जा रहे समस्त प्रकल्पो के विचार शिल्पी डॉ राकेश कुमार आर्य के ज्येष्ठ भ्राता एडवोकेट देवेंद्र आर्य जी का भी वक्तव्य हुआ । उन्होंने डॉ राकेश कुमार आर्य जी के अब तक के जीवन वृत्त पर लघु प्रकाश डाला । उन्होंने स्वरचित एक काव्य रचना का भी पाठ राकेश आर्य जी के जन्मदिवस पर उनको समर्पित करते हुए किया बहुत सुंदर पाठ उन्होंने किया। उन्होंने कहा कि आज के दिन ही हमने राष्ट्र धर्म व संस्कृति के प्रति समर्पित होकर अपने उगता भारत समाचार पत्र का संचालन आरंभ किया था । जिसके आज 14 वर्ष पूर्ण हुए हैं। इसके लिए अपने इष्ट मित्र बंधु बांधवों और पाठक जगत का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए श्री आर्य ने कहा कि हम वैचारिक क्रांति की इस ज्योति को आगे भी निरंतर प्रज्वलित करते रहेंगे।
हमारा यह प्रकल्प ऋषि दयानंद जी के सपनों का भारत बनाने के लिए संकल्पित और समर्पित है।
आचार्य दयानिधि जी ने भी बहुत प्रेरक वक्तव्य दिया। डॉ राकेश कुमार आर्य जी के शतायु होने की कामना की । साथ ही कहा कि परिवार के संस्कार पीढ़ी दर पीढ़ी ऐसे ही हस्तांतरित होते रहे। अंत में डॉ आर्य ने सभी उपस्थित महानुभावों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि प्रभु कृपा, माता-पिता और बड़ों के शुभ आशीर्वाद व अपने इष्ट मित्र परिजन प्रियजनों की शुभकामनाओं के चलते ही उन्होंने कुछ करने का प्रयास किया है जिसे वह आगे भी निरंतर जारी रखने का प्रयास करेंगे। उपस्थित सभी महानुभावों ने विधिवत यज्ञ की पूर्णाहुति करते हुए शांति पाठ किया। इस अवसर पर सत्य सनातन सेवा संस्कृति की ओर से संदीप गर्ग जी, सी एस पुंडीर जी , श्री परमानंद कुशवाहा जी ,महावीर आर्य जी, रोहतास आर्य जी आर्य समाज ग्रेटर नोएडा डेल्टा की ओर से महेंद्र आर्य जी सहित दर्जनों आमंत्रित अतिथि उपस्थित रहे। सभी ने अपनी कोटि-कोटि शुभकामनाएं प्रेषित की।