(1)
मनमानी करते आए हैं, नेता सारे पाकिस्तानी।
आतंकी है पाकी सूरत, दुनिया ने है अब पहचानी।।
पेश कर दिये साक्ष्य बहुत से, ठहराई उसकी शैतानी।
फिर भी नही मानते पाकी, करते रहते आनाकानी।।
(2)
पाक हिंदका छोटा भैया, छोटा खोटा बड़ा गुमानी।
रटता है कश्मीरी रटना, ये है उसकी मांग पुरानी।।
तन-मन देंगे, धन भी देंगे, अन भी देंगे, देंगे पानी।
पर कश्मीर कभी ना देंगे, छोड़े वो अपनी नादानी।।
(3)
प्रेम और भाईचारे का, रहा पक्षधर हिंदुस्तानी।
नही चाहते युद्घ किसी से, भारतवासी सच्चे ज्ञानी।।
‘गाफिल’ पाक करे यदि फिर भी, हमसे कोई छेड़ाखानी।
दुनिया के नक्शे से उसकी, कर देंगे हम खतम कहानी।।
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