हम सब अपराधी हैं
बहुत से लोग हैं, जो दूसरों की रोटी।
छीनकर खाते हैं, और कुछ ऐसे भी हैं
जो दूसरों के घर में आग लगाते हैं।।
यही नही कोई किसी का,
दिल दुखाता है तो कोई
किसी को दुनिया से ही
मिटा डालता है।
तभी तो आए दिन
हत्या, लूटपाट व
जलने जलाने की
घटनाएं सामने आती हैं
जो किसी को अपराधी
और किसी को निरपराधी
ठहराती हैं।।