दुष्प्रचार
मुस्लिम जाकिर नायक ने अपने भाषण में कहा है की नबी का नाम अथर्ववेद में तीन बार आया है, इसी प्रकार कुछ अन्य सेकुलर नेता मर्यादा पुरुषोत्तम राम को मुस्लिम समाज से जोड़ने का नारा देते हैं,उनके अनुसार दिवाली में अली आया है,रमजान में भी राम आया है। आइए इसकी पड़ताल करते है।
1.मुस्लिम पंथ जो केवल 1400 साल पुराना है इसके संस्थापक का नाम कुरान के अनुसार अहमद है और मुहम्मद शब्द सम्मान के लिए जोड़ा जाता है जैसे श्री ,महाशय आदि।अहमद शब्द भी कुरान में केवल एक दो बार आया है इसलिए मुस्लिम पंथ के संस्थापक का नाम नबी नही है।
2.दिवाली शब्द स्वयं में गलत है ,ये उच्चारण की गलती है,ठीक शब्द है =दीपावली ,जिसका अर्थ है प्रज्वलित दीयों की पंक्ति
यहा उस अली का कोई मतलब नहीं जिसका नाम जोडा गया है।
- चारो वेदों में अलग अलग भावार्थ के साथ नवी शब्द 50 बार आया है=
ऋग्वेद में नवी के 39 संदर्भ मिले
सामवेद में नवी के 3 संदर्भ मिले
अथर्ववेद में नवी के 8 संदर्भ मिले
नवी के 50 सन्दर्भ मिले
जिनका अर्थ अलग अलग है,और नवी शब्द किसी अन्य शब्द के साथ जुड़ा हुआ है जैसे नवीयसा,नवीयः, नवियासो,नवियासी,आदि
मूल शब्द नवी है ,नबी नही जैसे कि जाकिर नालायक ने कहा,
इसके अनुसार केवल अथर्ववेद में नवी शब्द आया है जबकि ये शब्द चारो वेदों में है।
दरअसल ये भटके हुए लोग आधा ज्ञान लेकर वैज्ञानिक बनने निकले है,इनकी आंखों पर मूर्खता का चश्मा लगा है ,ये लालची,कायर लोग हिंदू धर्म से मुस्लिम बने और जो मुंह में आया बक देते हैं।