केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में विशाल आर्य युवक चरित्र निर्माण शिविर का किया गया आयोजन

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नोएडा,शनिवार, 10 जून 2023, केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में चल रहे विशाल आर्य युवक चरित्र निर्माण शिविर एमिटी इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 44, नोएडा के 7 वें दिन संबोधित करते हुए आचार्य चन्द्रशेखर शर्मा (ग्वालियर) ने कहा कि इस समय देश की युवा शक्ति के नायकों, ऋषि महर्षियों और समाज सुधारकों के चरित्र को अपनाना बहुत आवश्यक है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस देश में नैतिक शिक्षा युवाओं का चरित्र निर्माण करने में सहायक होगी। जिसमें हम अपने आदर्श ऋषि , महर्षियों, संत महात्माओं के आदर्श जीवन को बच्चो के पाठ्यक्रम में सम्मिलित करें ।उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती जी महाराज का जीवन बहुत ही प्रेरणास्पद है। उन्होंने देश को आजाद कराने के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों का विरोध करते हुए वैदिक सिद्धांतों की स्थापना कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। युवकों को अपने चरित्र निर्माण के लिए उनके जीवन से बहुत कुछ सीख मिल सकती है।


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता डॉ राकेश कुमार आर्य ने कहा कि देश का वास्तविक इतिहास शस्त्र और शास्त्र के उचित समन्वय से बनता है। हमारे इतिहास नायकों ने अपने देश की संस्कृति की रक्षा के लिए अनेक बलिदान दिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश मे सुरासुर संग्राम की प्राचीन परंपरा का वास्तविक अर्थ राष्ट्र विरोधी ,असामाजिक और संस्कृति विरोधी शक्तियों से राष्ट्रवादी शक्तियों के संघर्ष का नाम है। जो हर काल में विद्यमान रही है। रामचंद्र जी के काल में यदि यह रावण के साथ युद्ध करते हुए रामचंद्र जी को देखने में प्रकट होती है तो श्री कृष्ण जी के जमाने में महाभारत के युद्ध के रूप में दिखाई देती है। उसके पश्चात तुर्को ,मुगलों और अंग्रेजों से लड़ने का हमारा इतिहास भी इसी परंपरा का प्रतीक है। श्री आर्य ने कहा कि इस समय देश में संस्कार आधारित शिक्षा प्रणाली को स्थापित करने की आवश्यकता है।
चरित्रवान युवा ही मजबूत राष्ट्र की धुरी होता है।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि जो जाति अपने महापुरुषों के इतिहास को जानकर गर्व नहीं करती वह निस्तेज होकर समाप्त हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय आर्य युवक परिषद का उद्देश्य ऐसे क्रांतिकारी युवाओं का निर्माण करना है जो देश की प्रगति उन्नति में सहायक हो और भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए संघर्ष करने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि भारत तभी विश्व गुरु बन सकता है जब वेदों की शिक्षाओं को अंगीकार किया जाए और मानव निर्माण पर ध्यान दिया जाए।
पिंकी आर्य, रमेश चंद्र स्नेही के मधुर भजन हुए।कर्नल संजय खरबंदा ने भी फौज में भर्ती होने का आह्वान किया। सभी विद्यार्थियों को आचार्य मनोज शास्त्री ने यज्ञोपवीत धारण करवाया। प्रमुख रूप से सौरभ गुप्ता, धर्मपाल आर्य, अरुण आर्य, रामकुमार आर्य, यज्ञवीर चौहान, ममता चौहान, कमल आर्य, योगेन्द्र शास्त्री, वीरेंद्र आर्य, मनोज आर्य, विकास , नसीब, विवेक अग्निहोत्री, त्रिलोक शास्त्री, रामदेव आर्य, महावीर सिंह आर्य ,ओमवीर सिंह आर्य, महेंद्र सिंह आर्य ,अमन आर्य अजय कुमार आर्य, अरविंद आर्य आदि उपस्थित थे I

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