स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती एवं आचार्य धनंजय जी के सान्निध्य में- “श्रीमद् दयानन्द आर्ष गुरुकुल पौंधा-देहरादून का 23 वां वार्षिकोत्सव आरम्भ”

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ओ३म्

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श्रीमद् दयानन्द आर्ष ज्यातिर्मठ गुरुकुल, पौंधा-देहरादून आर्यसमाज वा आर्यजगत का प्रमुख एवं विशेष गुरुकुल है। इस गुरुकुल ने विगत 23 वर्षों में अनेक कीर्तिमान स्थापित किये हैं। इस गुरुकुल का 23 वां वार्षिकोत्सव आरम्भ हो गया है। मुख्य कार्यक्रम 2 जून से 4 जून 2023 के मध्य सम्पन्न किये जायेंगे। गुरुकुल में स्वाध्याय शिविर आरम्भ हो गया है। आचार्य वीरेन्द्र शास्त्री, सहारनपुर ऋषि दयानन्द के लघुग्रन्थ ‘‘आर्योद्देश्यरत्नमाला” का स्वाध्याय करा रहे हैं। इस कार्यक्रम का यूट्यूब एवं गुरुकुल के फेसबुक पृष्ठ से लाइव प्रसारण भी किया जाता है। गुरुकुल का यह कार्यक्रम फेसबुक Gurukul Pondha Dehradun पर देखा जा सकता है।

गुरुकुल के तीन दिवसीय उत्सव का मुख्य आयोजन दिनांक 2 जून से किया जा रहा है। प्रथम दो दिन प्रातः सात बजे से अथर्ववेद पारायण यज्ञ होगा। यह यज्ञ अनेक यज्ञकुण्डो में किया जायेगा जिससे अधिक से अधिक यज्ञप्रेमी बंधु वा ऋषिभक्त यज्ञ में आहुतियां प्रदान कर सकें। प्रथम दिन यज्ञ के बाद ध्वजारोहण होना है। ध्वजारोहण के बाद प्रातः 10.30 बजे से महर्षि दयानन्द के आलोक में वैदिक कर्मकाण्ड विषय पर शीर्ष विद्वानों के धर्मोपदेश सुनने को मिलेंगे। अपरान्ह 3.30 बजे से यज्ञ होगा जिसके बाद विद्वानों द्वारा महर्षि दयानन्द की दृष्टि में वेद विषय पर धर्मोपदेश श्रवण करने का अवसर मिलेगा। रात्रि कालीन सत्संग में 8.00 बजे से धर्मोपेदेश एवं भजन श्रवण करने का अवसर मिलेगा। दूसरे दिन 3 जून को प्रातः 7.00 बजे अथर्ववेद पारायण यज्ञ से आरम्भ होकर रात्रि 8.00 बजे भजन एवं धर्मोपदेश का विशेष कार्यक्रम निश्चित है। दिनांक 4 जून 2023 रविवार को प्रातः 7.00 बजे वृहद यज्ञ की पूर्णाहुति होगी जिसके अनन्तर गुरुकुल सम्मेलन में अनेक विद्वानों के व्याख्यान एवं अन्य अनेक प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी। दिन में 12.30 बजे से व्यायाम-सम्मेलन देखने का अवसर भी मिलेगा। व्यायाम सम्मेलन भी गुरुकुल के उत्सव का एक महत्वपूर्ण एवं देखने योग्य आयोजन होता है। ऐसे आयोजन आर्यसमाज व अन्य संस्थाओं में देखने को प्रायः नहीं मिलते। गुरुकुल के उत्सव में स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती जी, लाला दीनदयाल गुप्त जी चेयरमैन डालर गु्रप, डा. सत्यपाल सिंह जी पूर्व केन्द्रीय मंत्री, स्वामी चित्तेश्वरानन्द सरस्वती, डा. वेदपाल जी मेरठ, डा. रघुवीर वेदालंकार, डा. ज्वलन्तकुमार शास्त्री, प्रो. महावीर अग्रवाल जी, प्रो. दिनेशचन्द्र शास्त्री जी, प्रो. सोमदेव शतांशु जी, डा. आनन्द कुमार आईपीएस, आचार्य योगेन्द्र याज्ञिक, आचार्य यज्ञवीर, आचार्या अन्नपूर्णा जी, आचार्य ओम्प्रकाश, आचार्या कल्पना जी आदि साहित भजनोपदेशकों में पं. नरेशदत्त आर्य जी, पं. अशोक कुमार एवं पं. मुकेश शास्त्री जी आदि पधारे रहे हैं जिनके श्रीमुख से वेद सन्देशों सहित भजन सुनने का अवसर मिलेगा।

हम गुरुकुल पौंधा के आरम्भकाल से प्रायः सभी उत्सवों एवं आयोजनों में सम्मिलित होते रहे हैं और यहां पधारे सभी विद्वानों एवं ऋषिभक्तों के दर्शन करने का सौभाग्य हमने प्राप्त किया है। हमने पाया है कि गुरुकुल का उत्सव गुणवत्ता, एवं ऋषिभक्तों की संख्या की दृष्टि से टंकारा, अजमेर, उदयपुर के उत्सवों के समान ही विशेष आयोजन होता है। आगन्तुकों के निवास एवं भोजन की उत्तम व्यवस्था की जाती है। इस उत्सव में जो ऋषिभक्त सम्मिलित होते हैं वह सभी प्रसन्न एवं सन्तुष्ट दीखते हैं। हम आशान्वित है कि आगामी तीन दिवसीय उत्सव में हमें पुनः सम्मिलित होकर विद्वानों के दशनों सहित उनके मुखारविन्द से वेद स्तुति एवं ऋषि दयानन्द के प्रसंगों को सुनने का अवसर एवं नई-नई प्रेरणायें प्राप्त होंगी। जो बन्धु यहां सम्मिलित नहीं हो सकते वह यूट्यूब वा फेसबुक के माध्यम से भी गुरुकुल पौंधा, देहरादून के उत्सव का लाइव प्रसारण देखकर लाभान्वित हो सकते हैं।

-मनमोहन कुमार आर्य

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