🙏🌹सत्यमेव जयते🌹🙏
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी 10 दिवसीय दौरे पर अमेरिका गए हुए हैं। और वहां पर वह उनके स्वागत में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं. एक ऐसे ही एक कार्यक्रम में राहुल गांधी से एक सवाल पूछे गया जिसमें कहा गया- “जो 80 के दशक में दलितों का हाल था वही हाल अब मुस्लिमों का है. मुस्लिम को जो सिक्योरिटी थ्रेट आज है वह पहले कभी नहीं रहा, जब भी हम किसी से इस बारे बात करते हैं तो वो पूछते हैं कि भारत में क्या हो रहा है, भारत में कई कई ऐसे कानून बनाए जा रहे हैं जो पहले नहीं बने, जो क्राइम मुस्लिम लड़कों ने नहीं किए उसके लिए भी उनको जेल में डाला जा रहा है, उसके लिए आपकी क्या स्ट्रैटजी रहेगी?”
राहुल गांधी ने इस सवाल के जवाब में कहा- “इसीलिए हम नफरत के बाजार में मोहब्बत का कॉन्सेप्ट लेकर आए हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैं यह बात गारंटी के साथ कह रहा हूं कि बीजेपी सभी के साथ ऐसा भेदभाव और नफरत का व्यवहार कर रही है.”
अब ज़रा तस्वीर का दूसरा रुख़ भी देखिए.
मीडिया के हवाले से ख़बर है कि मुसलमानों के खिलाफ चीन में अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब वहां के युन्नान प्रांत में 14वीं शताब्दी की एक मस्जिद को तोड़ने की कोशिश हो रही है। यह मस्जिद चीन में रहने वाले सुन्नी मुस्लिम समाज की है, जिसे “हुई मुस्लिम” के नाम से जाना जाता है।
इसके अतिरिक्त इससे पहले भी चीन उईगर मुस्लिम समाज पर अमानवीय अत्याचारों के लिए पूरे विश्व में बदनाम है। यहां पर चीन ने मस्जिदों को तोड़कर कथिततौर पर सार्वजनिक शौचालय बनवा दिए थे।
हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में शिया मुसलमानों के खुलेआम कत्लेआम किया जाना आम बात है। अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के बाद वहां के अफगानी मुस्लिम के साथ किस प्रकार का अमानवीय अत्याचार किया गया, यह किसी से भी छुपा नहीं है।
खुद अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को उसके घर में घुसकर मार दिया था, और अमेरिका सहित कई अन्य देशों ने स्वयं यह स्वीकार किया था कि पाकिस्तान सहित कई मुस्लिम राष्ट्र इस्लामिक चरमपंथी संगठनों का लालन-पोषण करते हैं।
कौन नहीं जानता कि पंजाब में आतंकवाद की जड़ों को पानी देने वाली कांग्रेस सरकार ने खूंखार आतंकी भिंडरवाले को अप्रत्यक्ष रूप से प्रश्रय दिया जो बाद में ख़ुद कांग्रेस शासन के लिये ही नासूर बन गया था।
लेकिन इन सब तथ्यों पर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी गांधी जी के तीन बन्दर बनकर बैठ जाती है।
किसे नहीं मालूम है कि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट कांग्रेस के ईशारों पर तैयार की गई, और उसी में दफन हो गई। जबकि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर लिखा हुआ था कि भारत में मुस्लिमों की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक हालत दलितों से भी बदतर है।
कम से कम राहुल गांधी ने यह तो स्वीकार किया कि अब मुस्लिम और दलित समुदाय बराबरी पर आ गए हैं। क्या यह भाजपा सरकार की उपलब्धि नहीं मानी जानी चाहिए।
- ✍️मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री”
समाचार-सम्पादक उगता भारत
9058118317
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