तहसील प्रांगण में ए0डी0जे0 श्रीमती ऋचा उपाध्याय का अधिवक्ताओं ने किया शानदार स्वागत
दादरी। आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जनपद गौतम बुद्ध नगर की ओर से ए0डी0जे0 श्रीमती ऋचा उपाध्याय का तहसील प्रांगण में पहली बार आगमन हुआ। जिनका सभी अधिवक्ता साथियों ने स्वागत किया। इस अवसर पर विधिक सेवा प्राधिकरण के उद्देश्यों को लेकर विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। जिसमें श्रीमती ऋचा उपाध्याय ने कहा कि आज जिस प्रकार सामाजिक मूल्यों का हनन हो रहा है और छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद बढ़ रहे हैं उसके दृष्टिगत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हर उस वंचित, गरीब, शोषित दलित व्यक्ति के साथ खड़ा है जिसको न्याय मिलने में किसी भी प्रकार की कठिनाई आती है। उन्होंने कहा कि जनता के किसी भी व्यक्ति को यदि न्याय मिलने में किसी भी प्रकार की परेशानी आती है तो वह उनसे व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर सकता है। वह पूरी तन्मयता के साथ समर्पित होकर इस मुहिम को इसके वास्तविक उद्देश्य तक पहुंचाने के लिए कृत संकल्प है।
इस अवसर पर सुप्रसिद्ध इतिहासकार एवं भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता डॉ राकेश कुमार आर्य ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भारतीय संविधान के अनुच्छेद के अंतर्गत समाज के वंचित और कमजोर वर्गों को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने हेतु सरकार द्वारा 1987 में विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम पारित करके किया था जिसका क्रियान्वयन 9 नवंबर 1995 को हुआ।
उन्होंने कहा कि वास्तव में इस प्राधिकरण का उद्देश्य कानून का भारतीय करण करने की प्रक्रिया का एक अंग है। जिसके अंतर्गत सस्ता और सुलभ न्याय प्रत्येक व्यक्ति को प्राप्त हो सके। बड़ी से बड़ी समस्याओं को लोक अदालतों के माध्यम से समझाना और लोगों को शीघ्रता से न्याय प्रदान करना इसका विशिष्ट उद्देश्य है। वरिष्ठ अधिवक्ता साथी श्री ऋषि पाल भाटी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक अधिवक्ता स्वयं ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ होकर सस्ता व सुलभ न्याय प्रदान करने के प्रति समर्पित नहीं होगा और न्यायालय भ्रष्टाचार मुक्त परिवेश उपलब्ध नहीं कराएंगे तब तक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जैसी संस्थाओं के उचित परिणाम प्राप्त होने असंभव है।
कार्यक्रम में इसी प्रकार के विचार पूर्व में अध्यक्ष रहे वरिष्ठ अधिवक्ता श्री बृजपाल सिंह भाटी ,श्री चाणक्य भाटी , राजकुमार आर्य और विभिन्न शैक्षणिक सम्मानों से सम्मानित समाजसेवी श्री बालचंद् नागर द्वारा भी व्यक्त किए गए। ज्ञात रहे कि श्रीनगर इस संस्था से गहराई से जुड़े हैं और इसके सभी कार्यक्रमों को सफल बनाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हैं। राजवीर सिंह अकेला व श्रीमती विमलेश.आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर कार्यक्रम का सफल संचालन विद्वान अधिवक्ता और समाजसेवी श्री हीरेंद्र कांत शर्मा द्वारा किया गया। श्री एस बी तिवारी और उनकी टीम का इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर श्री दयानंद सिंह नगर एडवोकेट, श्री अनिल भाटी एडवोकेट, श्री रामनिवास आर्य एडवोकेट ,श्री विजेंद्र कुमार शर्मा एडवोकेट, राकेश कुमार नागर एडवोकेट सहित अनेक अधिवक्ता और तहसील कर्मचारी उपस्थित रहे।
शानदार!!
धन्यवाद बाबूजी